पैटरनिटी लीव पर बोली मेनका, पुरुष इसका इस्तेमाल आराम के लिए करेंगे
नई दिल्ली। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि अगर पैटरनिटी लीव बढ़ाई जाती है तो पुरूष इसका इस्तेमाल छुट्टी के तौर पर करेंगे। वो बस इसमें आराम ही करेंगे।
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पैटरनिटी लीव (पिता बनने पर पुरुषों को अपने ऑफिस से मिलने वाली छुट्टी) बढ़ाने की मांग उस समय उठी जब हाल ही में गर्भवती महिलाओं की मैटरनिटी लीव बिल को राज्यसभा से पास किया गया।
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इस बिल में मैटरनिटी लीव की अवधि बढ़ाकर 26 हफ्ते करने का प्रस्ताव है। जो फिलहाल 12 हफ्ते है। इस बिल पर राज्यसभा से मुहर के बाद पुरूषों ने भी पैटरनिटी लीव की अवधि बढ़ाने की मांग की थी।
हालांकि इस मांग के बीच मेनका गांधी ने कहा कि पैटरनिटी लीव उन्हीं परिस्थितियों मान्य हो सकती है जब महिलाएं 26 हफ्ते की छुट्टी के बाद अपने काम पर वापस आ जाएं।
मैटरनिटी लीव की अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पुरुषों के पास दूसरे अवकाश होते हैं जिनके जरिए वह अपना कर्तव्य निभा सकते हैं। आमतौर पर पुरुष छुट्टी लेने पर भी बच्चों को संभालने का अपना उत्तरदायित्व नहीं निभाते हैं।
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बता दें कि मेनका गांधी ही श्रम और रोजगार मंत्रालय के जरिए मैटरनिटी बेनिफिट (अमेंडमेट) बिल, 2016 को लेकर आगे बढ़ी। इस बिल के जरिए गर्भवती महिलाओं को 12 हफ्ते की जगह 26 हफ्ते का मैटरनिटी लीव संगठित क्षेत्र में देने की बात कही गई।
बच्चों को गोद लेने वाली महिलाओं को भी 12 हफ्ते की छुट्टी की व्यवस्था इस बिल के जरिए की गई है। साथ ही उन्हें 'वर्क फॉर होम' की सुविधा देने पर भी विचार किया गया है।