सोशल नेटवर्किंग साइट पर न्यायपालिका के खिलाफ कमेंट ने भेजा जेल
सोशल मीडिया जिस तरह से काफी वृहद स्तर पर अपने पैर पसार चुका है। ऐसे में इन साईटों पर लोगों की गतिविधियों को सिरे से यह कह कर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है यह माध्यम निरर्थक है और सामान्य लोगों का इससे लेना देना नहीं है। बांबे हाई कोर्ट ने न्यायपालिका के खिलाफ कमेंट करने के चलते एक व्यक्ति को जेल की सजा सुनाई है।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने सोमवार को द्वारका हीरानंदानी नाम के व्यक्ति को सोशल नेटवर्किंट साइट्स पर न्यायिक व्यवस्था के खिलाफ अपमानजनक बातें पोस्ट करने का दोषी पाया है। जिसके चलते कोर्ट ने हीरानंदानी को एक महीने की जेल की सजा सुनाई है। हाई कोर्ट के जज वीएम कनाडे और अनुजा प्रभु देसाई ने कहा, 'अब समय आ गया है कि कोर्ट ऐसी बातों पर कड़ाई से पेश आए।
हालांकि हीरानंदानी इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जा सकते हैं। लेकिन कोर्ट के जज ने यह साफ कर दिया है कि आप न्यायपालिका की निंदा कतई नहीं कर सकते हैं। आपको यह कतई अधिकार नहीं है कि आप न्यायपालिका का अपमान करें। आपको बता दें कि हीरानंदानी जमीन के विवाद को लेकर हाई कोर्ट में केस लड़ रहे हैं। साथ ही सोशल साईट्स पर कोर्ट और वकीलों के खिलाफ जमकर आरोप लगा रहे हैं।