तो मोदी के कार्यक्रम में आयेंगे नीतीश-ममता
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) अभी तय नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रमों से दूर रहती रही पश्चिम बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बैनर्जी रविवार को राजधानी में निचली अदालतों और हाई कोर्टों में पड़े केसों की बढ़ती संख्या को कम करने के लिए आयोजित सम्मेलन में भाग लेंगी या नहीं।
हालांकि ममता बैनर्जी ने कुछ समय पहले मोदी से राजधानी में मुलाकात की थी। इस लिए माना जा रहा है कि ममता बैनर्जी सम्मेलन में भाग लेंगी। वह अपने किसी प्रतिनिधि को सम्मेलन में भाग लेने के लिए नहीं भेजेंगी।
नीतीश पर भी संशय
इस तरह से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी इस सम्मेलन में भाग लेने पर संशय बना हुआ है। पर वे भी कुछ समय पहले मोदी से मिले हैं।
व्यापक एजेंडा
महत्वपूर्ण है कि इस सम्मेलन के लिए एक व्यामपक एजेंडा की रूप-रेखा तैयार की गई है। निचली अदालतों में 2.64 करोड़ और उच्चत न्याीयालयों में 42 लाख अनिर्णित केस पड़े हैं।
मोदी करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को नई दिल्लीअ में राज्योंे के मुख्य मंत्रियों एवं उच्चं न्यालयालयों के मुख्यद न्या्याधीशों के संयुक्तच सम्मेीलन का उद्घाटन करेंगे। वह उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। सभी राज्यों के मुख्यकमंत्रियों एवं सभी उच्च न्या्यालयों के मुख्यक न्याियाधीशों को सम्मेंलन के लिए आमंत्रित किया गया है।
विधि एवं न्या य मंत्री श्री डी. वी. सदानंद गौडा स्वानगत भाषण देंगे। भारत के मुख्यन न्या याधीश श्री एच.एल. दत्तुा भी सम्मेगलन को संबोधित करेंगे तथाश बाद में विधि एवं न्याय मंत्री तथा भारत के सर्वोच्चब न्यांयालय के दो वरिष्ठ तम न्यारयाधीशों के साथ मिलकर कार्यसत्रों की अध्याक्षता करेंगे। यह सम्मेललन देश में न्याकय प्रशासन से संबंधित अहम मुद्दों पर विचार करने के लिए समय-समय पर आयोजित किया जाता है। पिछला सम्मेलन विगत 7 अप्रैल, 2013 को आयोजित किया गया था।
सम्मेतलन में इस बारे में न्याबयिक प्रणाली की भूमिका पर विचार विमर्श किया जाएगा। 14वें वित्ता आयोग ने अगले 5 वर्षों के दौरान 9749 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से न्यातयिक प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए उठाए गए कई कदमों की पुष्टिक की है।
मिली जानकारी के अनुसार,सभी राज्यों के मुख्यिमंत्री एवं सभी उच्च, न्यांयालयों के मुख्य न्याययाधीश इन महत्वउपूर्ण पहलों के वित्तय पोषण के तौर तरीकों पर विचार विमर्श करेंगे। इस संयुक्त सम्मेरलन से पूर्व आयोजित किए जाने वाले मुख्यप न्या याधीशों के सम्मेालन की कार्यसूची में कई महत्वेपूर्ण मुद्दों को शामिल किया गया है।