स्पेन गया आर्मी मेजर गायब, आर्मी कोर्ट ने घोषित किया भगोड़ा
नई दिल्ली। विशेष बल का एक अधिकारी जो अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के साथ बतौर एडीसी कार्यरत था, उसे आर्मी कोर्ट की ओर से शनिवार को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है।
यह अधिकारी अगस्त में स्पेन से गायब है और इसके बारे में कोई भी जानकारी सेना को नहीं मिल सकी है।
सेना के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मेजर शैरिफ भोंसले अथॉरिटीज को बिना बताए स्पेन चले गए थे। भोंसले ने जून में छुट्टी ली थी और उन्हें अगस्त में रिपोर्ट करना था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक भोंसले ने एडवेंचर स्पोर्ट्स में हिस्सा लिया था और उन्हें चोट लग गई थी। लेकिन इस एक जानकारी के बाद से उनकी कोई भी जानकारी अभी तक सेना के पास नहीं है।
स्पेन की राजधानी मैड्रिड स्थित भारतीय दूतावास को भी अभी तक इस अधिकारी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। सूत्रों की मानें तो न तो उनके परिवार और ना ही उनकी यूनिट को उनकी कोई जानकारी है।
इस पूरे घटनाक्रमों के आधार पर ही उनके खिलाफ बैंगलोर के पैरा रेजीमेंटल सेंटर में आर्मी कोर्ट ऑफ इंक्वायरी शुरू हुई और उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया गया।
अब इस केस को अरुणाचल प्रदेश की पुलिस के हवाले किया जाएगा, जहां पर मेजर भोंसले की पोस्टिंग थी या फिर इस केस को उनके होमटाउन पुणे की पुलिस को भी सौंपा जा सकता है।
आर्मी कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के मुताबिक भोंसले की ओर से मिलिट्री इंटेलीजेंस (एमआई) की ओर से भी किसी तरह का कोई क्लीयरेंस नहीं लिया गया था। आपको बता दें कि किसी भी सर्विंग ऑफिसर के लिए विदेश यात्रा से पहले एमआई का क्लीयरेंस जरूरी होता है। बिना इसके वह विदेश यात्रा नहीं कर सकता।
यह आर्मी ऑफिसर पिछले एक वर्ष से अरुणाचल प्रदेश में डेप्यूटेशन पर था। मेजर भोंसले स्पेशल फोर्सेज की उसी पैरा यूनिट से आते थे जिस यूनिट से राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल निर्भय शर्मा ने बतौर सेनाधिकारी अपनी सेवाएं सेना को दी थीं।
सेना की स्पेशल फोर्सेज यूनिट को कुछ खास मिशन जैसे होस्टेज रेस्क्यू, काउंटर टेररिज्म, गैरपारपंरिक वॉर और इसी तरह के कुछ खास मिशन के लिए तैयार किया गया है।