मुफ्ती-मोदी की मुलाकात आज, खत्म हो सकता है PDP-BJP गठबंधन
महबूबा मुफ्ती आज पीएम मोदी से करेंगी मुलाकात, जम्मू कश्मीर में खत्म हो सकता है भाजपा पीडीपी गठबंधन
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में जिस तरह से पिछले कुछ समय से तनाव काफी बढ़ा है उसे देखते हुए प्रदेश में भाजपा और पीडीपी गठबंधन खतरे में पड़ता दिखाई दे रहा है। इसी मद्देनजर मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती शनिवार को दिल्ली पहुंची हैं और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी। मुफ्ती पीएम प्रदेश के हालात पर चर्चा के लिए पीएम के अलावा गृहमंत्री राजनाथ सिंह सहित कई वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात करेंगी।
राजनीतिक पहल की शुरुआत के पक्ष में मुफ्ती
सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी और मुफ्ती के बीच मुलाकात का अहम मुद्दा प्रदेश में सरकार के भविष्य को लेकर होगा, जिस तरह से दोनों ही दलों के बीच प्रदेश में टकराव बढ़ा है उसने मुश्किल हालात खड़े कर दिए हैं। महबूबा मुफ्ती आज प्रधानमंत्री के साथ नीति आयोग की बैठक में शिरकत करेंगी और इसके बाद वह एक बार फिर से जम्मू कश्मीर में राजनीतिक पहल को शुरु करने की बात कह सकती हैं। माना जा रहा है कि मुफ्ती इस दौरान सेना के प्रयोग पर बात कर सकती है, वह सेना के प्रयोग की खिलाफत करते हुए प्रदेश के हालात को बेहतर करने के लिए अपनी बात रख सकती हैं।
केंद्र सरकार ने बढ़ाई मुश्किलें
पीडीपी के वरिष्ठ नेता का कहना है कि हम बहुत सी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, किसी भी मुद्दें पर दोनों दलों के बीच जरा सी भी आम राय नहीं बन रही है, अब जिस तरह से केंद्र सरकार ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है उसने हमारे लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है। ऐसे में अगर महबूबा मुफ्ती भाजपा को अपना पक्ष समझाने में विफल रही हैं तो इस रकार के बने रहने पर संशय खड़ा होता है। ऐसी स्थिति में मौजूदा सरकार आगे नहीं चल सकती है, जिस तरह से केंद्र सरकार सख्त रुख अपना रही है उसने मुश्किलें और बढ़ा दी है।
सिर्फ मारना हमारी नीति नहीं
पीडीपी नेता ने हाल ही में मुसलमानों पर वीएचपी और बजरंग दल के नेताओं के बयान का हवाला देते हुए कहा कि अगर हम इस सोच को नहीं बदल पा रहे हैं तो प्रदेश में सरकार कैसे चल सकती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पीडीपी प्रदेश में राजनीतिक माहौल को बनाने में विफल रही है उसने हालात काफी मुश्किल किए हैं। हम लोगों से यह हमेशा नहीं कह सकते हैं कि बातचीत ही हमारे गठबंधन का एजेंडा है, जबकि भाजपा इसके पक्ष में नहीं है। पीडीपी नेता ने कहा कि सिर्फ मारना ही हमारी नीति नहीं हो सकती है, हमने कई बार सीमा रेखा को लांगा है, लेकिन हर चीज की एक हद होती है।
हर मुद्दे को देशभक्ति से जोड़ा गया
जिस तरह से भाजपा ने खुले तौर पर पीडीपी सरकार की आलोचना की है उसको लेकर भी पीडीपी नाराज है। पीडीपी नेता का कहना है कि कई बार भाजपा सांसदों ने यह बात कही है कि प्रदेश की सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए, जिस तरह से कश्मीर में हर मुद्दे को देशभक्ति से जोड़ा गया है उसने मुश्किल को बढ़ाया है, भाजपा के लिए देश देश सर्वोपरि है औऱ इसका उसे राजनीतिक लाभ तो मिल सकता है, लेकिन हम तबाह हो जाएंगे, जिस तरह से हमारा आधार यहां कम हुआ है वह पूरी तरह से खत्म हो जाएगा, हम कश्मीर में भी रहने के लायक नहीं बचेंगे।
पुलिस दे रही भाजपा का साथ
सूत्रों की मानें तो पीडीपी जम्मू कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य से खुश नहीं हैं, जिस तरह से वह खुलेतौर पर भाजपा के नेताओं का समर्थन कर रहे हैं वह सही नहीं है। पीडीपी नेता का कहना है कि ऐसा कभी नहीं हुआ, प्रदेश में भाजपा का उपमुख्यमंत्री है, वह डीजीपी के साथ मुलाकात कर सकते थे, लेकिन उनकी जगह भाजपा नेता राम माधव ने उनके साथ मुलाकात की, प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है।
कई विवादित मुद्दों पर टकराव
10 अप्रैल को श्रीनगर में उपचुनाव के बाद मुफ्ती की पीएम मोदी से पहली मुलाकात है, श्रीनगर में चुनाव के दौरान काफी हिंसा हुआ और सिर्फ 7.14 फीसदी मतदान हुआ। पीडीपी एनसी नेता फारुख अब्दुल्ला के हाथों हार गई। इसके बाद एक वीडियो सामने आया जिसमें सेना ने एक युवा को अपनी जीप पर बांधकर घुमाया। पीडीपी का आरोप है कि जानबूझकर कश्मीरी छात्रों के ऐसे वीडियो जानबूछक बनाकर लीक किए गए जिसमें उन्हें टॉर्चर किया जा रहा है। पीडीपी ने भाजपा का उस बात पर भी विरोध किया है जिसमें पार्टी ने सेना का बचाव किया जिसमें उसने यहां के युवा को जीप से बांधा।