बलूचिस्तान की युवती ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मांगा समर्थन
नई दिल्ली। लाल किले की प्राचीर से बलूचिस्तान के लोगों का आभार जताने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वहां के लोग और भी उम्मीद भरी निगाहों से देखने लगे हैं।
इसका ताजा सबूत है बलूचिस्तान की युवती की वह चिट्ठी, जिसमें उसने पीएम मोदी से पाकिस्तान से आजादी के लिए संघर्ष में समर्थन देने की बात कही है और बलूचिस्तान को भारतीय विदेश नीति का हिस्सा बनाने की मांग की है।
READ ALSO: चीन से दोस्ती का भय दिखाकर पाकिस्तान ने भारत को धमकाया
जम्मू कश्मीर को लेकर पाकिस्तान गंभीर
इस चिट्ठी में युवती ने पहले पाकिस्तान की चर्चा करते हुए लिखा है कि जम्मू कश्मीर को पाक अपनी विदेश नीति का अहम हिस्सा बना चुका है। वह बांग्लादेश का बदला लेने के लिए जम्मू कश्मीर पर कब्जा करना चाहता है। इसलिए पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे को यूएन में भी बार-बार उठाता है। कश्मीर को हासिल करने के लिए आतंकियों को ट्रेनिंग देता है और उसे मुजाहिद्दीन बनाता है।
लेकिन बलूचिस्तान को लेकर भारत गंभीर नहीं
युवती ने आगे लिखा, 'पाकिस्तान की मीडिया में भी कश्मीर का मुद्दा हावी रहता है। उधर पाकिस्तान की सेना जम्मू कश्मीर को हासिल करने के लिए सीमा पर कार्रवाई करती रहती है। कश्मीर को पाकिस्तान जितनी गंभीरता से लेता है, भारत उतनी ही गंभीरता से बलूचिस्तान की पाक से आजादी के संघर्ष को समर्थन देता नहीं दिखता।'
भारत से पूर्ण समर्थन की अपील
युवती ने लिखा, 'मैं भारत से अनुरोध करती हूं कि बलूचिस्तान को अपनी विदेश नीति का हिस्सा बनाए और पाकिस्तान के खिलाफ चल रहे आजादी के आंदोलन को पूर्ण समर्थन दे।'
आखिर में युवती ने लिखा
'मेरा
यह
संदेश
भारत
के
सभी
भाई-बहनों
तक
पहुंचे।
भारत
को
आशा
की
नजर
से
देखती
पाकिस्तान
के
कब्जे
वाले
बलूचिस्तान
की
एक
पीड़ित
लड़की।'
कनाडा के लेखक ने ट्विटर पर शेयर की चिट्ठी
कनाडा के लेखक तारेक फतह ने यह चिट्ठी ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, 'भारत के प्रधानमंत्री और नागरिकों को पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान की एक नौजवान महिला ने हाथ से लिखा संदेश।'
A hand-written msg to the people & PM of India from a young woman in Pakistan-occupied #Balochistan - @Baloch_World pic.twitter.com/MdFeg9GWlQ
— (((Tarek Fatah))) (@TarekFatah) September 8, 2016
READ ALSO: NSG में भारत के लिए जोर लगाएगा अमेरिका, क्या करेगा चीन!