Exclusive: ओबामा के भारत दौरे पर लश्कर दे सकता है बड़ी साजिश को अंजाम!
नई दिल्ली। इंटेलीजेंस ब्यूरो की ओर दिल्ली पुलिस को एक अलर्ट भेजा गया है। अलर्ट में कहा गया है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी में एक बड़ा आतंकी हमला हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा इस मौके पर दूसरी बार भारत आ रहे हैं और इस वजह से दिल्ली पुलिस इस अलर्ट को और ज्यादा गंभीरता से ले रही है।
सिमी और लश्कर कर रहे साजिश
आईबी ने जो अलर्ट जारी किया है उसमें कहा गया है कि लश्कर-ए-तैयबा और सिमी दोनों ही गणतंत्र दिवस के दौरान हलचल मचाने की तैयारियों में लगे हुए हैं।
हालांकि ओबामा के भारत दौरे पर सुरक्षा के इंतजाम वैसे ही चाक चौबंद रहने वाले हैं लेकिन फिर भी भारत और अमेरिका की एजेंसियों को एक कड़ा संदेश देने के मकसद से लश्कर एक बड़ी साजिश को अंजाम दे सकता है।
आपको बता दें कि लश्कर और सिमी दोनों ही हमेशा से अमेरिकियों के खिलाफ रहे हैं। अमेरिका की इराक और अफगानिस्तान में हो रही गतिविधियों की वजह से दोनों ही संगठन इस देश से काफी नाराज हैं। ओबामा के भारत दौरे पर वह हो सकता है कि कुछ ऐसा करें जिससे अमेरिका को एक साफ संदेश जाए।
पड़ोसी राज्य भी हाई अलर्ट पर
आईबी के सूत्रों की मानें तो न सिर्फ दिल्ली बल्कि आस-पड़ोस के राज्यों के लिए भी यह अलर्ट जारी कर दिया गया है। गणतंत्र दिवस के मौके पर सुरक्षा के इंतजाम इतने कड़े होते हैं कि परिंदे के भी पर मारने की संभावना न के बराबर होती है।
खासतौर पर गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान सुरक्षा के बंदोबस्त में चारगुना इजाफा होता है। दिल्ली या फिर पड़ोस के इलाकों में इस तरह का कोई भी हमला देश के लिए एक बड़ी शर्म बन सकता है और देश की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर देगा।
ऐसे में भारती की एजेंसियां भी इस अलर्ट के बाद और भी सतर्क हो गई हैं। एजेंसियों के लिए सिमी सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है।
ताक में बैठे हैं लश्कर और सिमी
वर्तमान समय में सिमी अलग-अलग टुकड़ों में बंट गया है। इसके पांच सदस्यों का भी अभी तक कुछ पता नहीं चल पा रहा है। यह पांचों वही लोग हैं जो मध्य प्रदेश के खंडवा जेल से भाग गए थे।
चेन्नई ब्लास्ट के अलावा कई और हरकतों में इनके शामिल होने की बातें कही गई हैं। सिमी की तरह लश्कर भी अब देश में एक बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में बैठा है। ऐसे में वह गणतंत्र दिवस का मौका नहीं चूकना चाहता है।
आईएसआई और लश्कर दोनों ही सिख आतंकवाद को फिर से देश में भड़काने की कोशिशों में लगे हुए हैं। ऐसे में वह हो सकता है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर पंजाब और दिल्ली को निशाना बनाए।