सुशील मोदी ने फोड़ा एक और 'आरोप बम', इस बार सामने आया लालू की 5वीं बेटी का नाम
बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी लालू यादव की बेटी हेमा यादव पर 68 लाख रुपये की बेनामी जमीन दान में रखने का खुलासा किया है।
नई दिल्ली। बिहार के पूर्व उप- मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ खुलासों का क्रम जारी रखते हुए आरोपों का एक और बम फोड़ा है। इस बार सुशील मोदी ने लालू यादव की 5वीं बेटी हेमा यादव पर 68 लाख रुपए की बेनामी संपत्ति दान में लेने का आरोप लगाया है। हेमा को दान देने वाला शख्स के पास लालू यादव के मवेशियों की देखभाल का जिम्मा है और वह बीपीएल कार्डधारक है। सवाल इसी बात को लेकर उठ रहे हैं कि एक गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाला आदमी करोड़ों की जमीन दान में कैसे दे सकता है।
लालू की 5वीं बेटी पर आरोप
बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी लालू यादव की बेटी हेमा यादव पर 68 लाख रुपये की बेनामी जमीन दान में रखने का खुलासा किया है। सुशील मोदी का दावा है कि ललन चौधरी नाम के एक व्यक्ति ने हेमा यादव को दान में जमीन दी है। ललन लालू के मवेशियों का देखभाल करता है और उसका नाम बीपीएल सूची में भी शामिल है।
बीपीएल कार्डधारी ने जमीन गिफ्ट किया
सुशील मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सीवान जिले के बडहरिया थाना के अंतर्गत आने वाले सियाडिह गांव के ललन चौधरी ने पूर्व सीएम राबड़ी देवी को 30 लाख 80 हजार रुपये के मकान सहित 2. 5 डिसमिल जमीन दान में दी है। इतना ही नहीं ललन चौधरी ने 68 लाख की 7. 75 डिसमिल जमीन लालू प्रसाद की 5वीं बेटी हेमा यादव को भी दान में दी है।
बीपीएल कार्डधारी के पास इतने पैसे कहां से आए?
सुशील मोदी ने बताया कि ललन चौधरी बीपीएल कार्डधारक है और जिस जमीन को उसने हेमा यादव को दान में दी है उसको ललन ने 29 मार्च 2008 को विशुन देव राय से 4 लाख 21 हजार रुपये में खरीदी थी। उन्होंने बताया कि बीपीएल सूची में रहने वाले ललन ने 6 लाख 28 हजार 575 रुपये का स्टाम्प शुल्क और निबंधन शुल्क भी चालान से एसबीआई पटना मुख्यालय शाखा में नकद जमा कराया था।
लालू ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर किया पूरा खेल
सुशील मोदी ने आरोप लगाया है कि लालू यादव ने अपने पावर का इस्तेमाल कर जमीनों को अपने परिवार के नाम कराने का खेल किया। उन्होंने सवाल उठाया है कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाला व्यक्ति करोड़ों की जमीन कैसे दान में दे सकता है। सुशील मोदी ने खुलासा किया कि विशुनदेव राय और रत्नेश्वर यादव के परिवार के सदस्यों को रेलवे में नौकरी दिलाने के एवज में लालू प्रसाद ने ललन चौधरी के नाम से वर्ष 2008-2009 में पटना शहर की कीमती जमीन मुफ्त में लिखवाया और फिर उस जमीन को अपने परिवार के लोगों को दान में दिलवा दिया। आपको बता दें कि सुशील मोदी लगातार लालू यादव के खिलाफ खुलासे कर रहे हैं।