जाधव को मिली मौत की सजा और भारत-पाकिस्तान के बीच वार्ता रद्द
कुलभूषण जाधव को मौत की सजा के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्ते नए मोड़ पर। रद्द हुई भारत-पाकिस्तान के बीच वार्ता रद्द। 10 अप्रैल को पाकिस्तान के मिलिट्री कोर्ट ने सुनाई है जाधव को मौत की सजा।
नई दिल्ली। कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की कोर्ट ने मौत की जो सजा सुनाई है, अब उसका असर भारत के साथ संबंधों पर पड़ने लगा है। भारत ने शनिवार को पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता को रद्द कर दिया है। जाधव को पिछले वर्ष पाकिस्तान ने जासूसी के आरोप में बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया था और 10 अप्रैल को उसे मौत की सजा सुनाई गई है।
अब नहीं होगी बातचीत
पाकिस्तान ने दावा किया है कि जाधव, भारत की इंटेलीजेंस एजेंसी रॉ का जासूस था जबकि भारत का कहना है कि जाधव के रिटायर होने के बाद इंटेलीजेंस से उसका कोई लेना-देना नहीं है। इस मुद्दे की वजह से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में फिर से खटास आ गई है। दोनों देशों की ओर से कई कूटनीतिक प्रयास हुए हैं लेकिन इनमें कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी है। शनिवार को फिर से दोनों देशों के बीच संबंधों के सामान्य होने की कोशिशें पटरी से उतरी गई। भारत ने पाकिस्तन के साथ होने वाली द्विपक्षीय वार्ता को कैंसिल कर दिया। यह वार्ता भारतीय कोस्ट गार्ड के डायरेक्ट जनरल और पाकिस्तान की मैरिटाइम सिक्योरिटी एजेंसी के बीच सोमवार से यह वार्ता शुरू होनी थी। लेकिन सरकार ने इसे रद्द करने का फैसला किया। वार्ता के लिए पाकिस्तानी एजेंसी के रियर एडमिरल जमील अख्तर चार दिनों के दौरे पर भारत आने वाले थे। वह यहां पर 16 से 19 अप्रैल तक वार्ता में शिरकत करने वाले थे। वहीं दोनों देशों के बीच जल सचिव स्तर की वार्ता को भी रोक दिया गया है।
भारतीय जासूसों को पकड़ने का दावा
शनिवार को ही पाकिस्तान की ओर से दावा किया गया है कि उसने भारत की इंटेलीजेंस एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के तीन एजेंट्स को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में पकड़ा है। पाक का कहना है कि उसने यह गिरफ्तारियां कुछ दिनों पहले की हैं। वहीं भारतीय अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी वे, पाकिस्तान के दावों की जांच कर रहे हैं। पाकिस्तान की ओर से यह दावा उस समय किया गया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर पहले ही काफी तनाव है। जाधव को पाकिस्तान ने जासूसी के आरोप में 10 अप्रैल को मौत की सजा सुनाई है। भारत का कहना है कि जाधव बेकसूर है और पाकिस्तान को अपना फैसला बदलकर उसे रिहा कर देना चाहिए।