जानिये कैसे केजरीवाल का लोकपाल महाजोकपाल है
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में जनलोकपाल बिल को सदन में पास कराकर भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी जंग जीतने का दावा किया था लेकिन शांति भूषण ने इसे महाजोकपाल करार दे दिया है।
प्रशांत भूषण ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि यह जनलोकपाल को उन सिद्धांतों को तोड़ने वाला बताया जोकि सबने मिलकर आईएसी आंदोलन के समय तैयार किया था।
प्रशांत भूषण ने केजरीवाल से सवाल किया है कि लोकपाल को सरकार के चंगुल में नहीं होना चाहिए लेकिन केजरीवाल ने इससे उलट किया है। उन्होने ककहा कि जनलोकपाल में बिल की आत्मा की हत्या कर दी है।
भूषण ने बिल को गोपनीय रखे जाने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इसे गुप्त क्यों रखा गया इसका जवाब केजरीवाल को देना चाहिए। उन्होने कहा कि लोकपाल को हटाने का अधिकार सरकार के हाथ में क्यों दिया गया है।
केजरीवाल ने लोकपाल में चार मे से तीन लोगों को सरकार का आदमी बनाया है और बिल मे लोकपाल को दो तिहाई बहुमत से हटाने का अधिकार दे दिया है, ऐसे में लोकपाल की स्वतंत्रता दिखावा मात्र है।
जानबूझकर इस बिल में यह भी प्रावधान है कि दिल्ली का लोकपाल केंद्र के अधिकारी की भी जांच करेगा, ऐसे में केंद्र सरकार इस बिल को पास नहीं करेगी और यह बिल एक बार फिर से अटक जाएगा र यह जानबूझकर किया गया है।