कश्मीर में भड़की हिंसा, फायरिंग में तीन की मौत, मरने वाले का आंकड़ा 53 पहुंचा
दिल्ली। आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद बिगड़े कश्मीर के हालात सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। शुक्रवार को श्रीनगर में हजरतबल की तरफ बढ़ रहे विरोध मार्च में एक बार और अलगाववादियों और पुलिस की आपसी भिड़त हो गई। इस भिड़त में जहां तीन लोग मारे गए, वहीं 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए। भड़की हिंसा को काबू में करने के लिए पूरे इलाके में कफ्र्यू लगा दिया गया है।
पिछले एक महीने से कश्मीर के अधिकतर इलाकों में हालात हिसंक हो गए हैं और लोगों का जीवन पूरी तरफ से अस्त-व्यस्त हो गया है। अलगवादियों और प्रदर्शनकारियों के काफिले को रोकने के लिए पुलिस ने 24 से ज्यादा जगहों पर नाकेबंदी कर रखी थी। जैसे ही प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन हिसंक हुआ तो पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में आंसू गैस के गोले और गोलियां चलाईं।
अलगावादियों ने 12 अगस्त तक बंद का ऐलान कर दिया
सुरक्षा बलों के खिलाफ पत्थरबाजी करने वाले लोगों पर जवाबी कार्रवाई की गई तो उसमें मोहम्मद मकबूल वागी, जहूर अहमद और दानिश अहमद की मौत हो गई। इस हिंसा में पुलिस और सेना के 20 जवान भी घायल हुए हैं।
अलगाववादियों और प्रदर्शनकारियों की एक भीड़ ने अचानक ही एक पुलिस स्टेशन पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए और कश्मीर के जूनियर हेल्थ मिनिस्टर आसिया नक्स के घर को भी निशाना बनाया। भीड़ ने स्वतंत्र विधायक हकीम मोहम्मद यासीन के घर पर भी हमला किया।
खबरों के मुताबिक कुपवाड़ा जिले में अलगावादियों ने 12 अगस्त तक बंद का ऐलान कर दिया है। लगातार 28वें दिन भी घाटी में जीवन सामान्य नहीं हो पाया है। घाटी के अंदर स्थिति को संभालने के लिए सेना ने नाकेबंदी कर रखी है। इन इलाकों में अभी भी मोबाइल और इंटरनेट सर्विस बंद हैं।