के के वेणुगोपाल बने अटॉर्नी जनरल, मुकुल रोहतगी की ली जगह
वेणुगोपाल बार दूसरी बार विधि अधिकारी के तौर पर सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे वो इससे पहले पहले मोराजी देसाई की सरकार के दौरान अतिरिक्त सोलिसीटर्स जनरल के तौर पर अपनी सेवायें दे चुके हैं।
नई दिल्ली। वरिष्ठ अधिवक्ता और संविधान के विशेषज्ञ के के वेणुगोपाल को भारत का अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया है। वेणुगोपाल मुकुल रोहतगी की जगह लेंगे। मुकुल रोहतगी ने बीते दिनों में महाधिवक्ता के तौर पर अपना कार्यकाल बढ़ाने के लिए मना कर दिया था।
केके वेणुगोपाल महाधिवक्ता की रेस में पहले से ही आगे चल रहे थे और पीएम के विदेश दौरे के बाद इनकी नियुक्ति की बात कही जा रही थी। अब पीएम के अमेरिका से लौटने के बाद केंद्र सरकार ने केके वेणुगोपाल को महाधिवक्ता नियुक्त कर दिया है। केंद्र सरकार ने ये फैसला वेणुगोहाल के बेहतर रिकॉर्ड को देखने के बाद लिया है।
वेणुगोपाल बार दूसरी बार विधि अधिकारी के तौर पर सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे वो इससे पहले पहले मोराजी देसाई की सरकार के दौरान अतिरिक्त सोलिसीटर्स जनरल के तौर पर अपनी सेवायें दे चुके हैं।
वेणुगोपाल पद्म विभूषण से सम्मानित हैं। वेणुगोपाल कई सरकारी संस्थाओं से जुड़े रहे हैं और वरिष्ठ अधिवक्ता के तौर पर उनका प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वह 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में उच्चतम न्यायालय में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की ओर से पेश हो रहे हैं।सुप्रीम कोर्ट ने उनसे मामले में बने रहने को कहा था क्योंकि वेणुगोपाल ने जांच अधिकारी को हटाने के मुद्दे पर प्रवर्तन निदेशालय और सरकार की राय से अलग राय रखी थी। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उनकी जगह किसी और को अपना वकील नियुक्त कर लिया था।