संसद में जावड़ेकर ने कहा- JNU में हो रहा नियमों का उल्लंघन, नियम से ज्यादा बच्चों को करते हैं गाइड
इस बार जेएनयू में सीटों की संख्या में भारी कटौती हुई है जिसका बड़े स्तर पर विरोध हो रहा है।
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुखिया प्रकाश जावड़ेकर ने देश के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के विषय में कहा है कि यहां विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के नियमों का उल्लंघन हो रहा है।
जावडेकर ने सदन में कहा कि जेएनयू में एक प्रोफेसर 20-25 रिसर्च स्कॉलरों को गाइड कर रहे थे जबकि यूजीसी के प्रावधानों के अनुसार एक प्रोफेसर आठ रिसर्च स्कॉलरों को ही गाइड कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा है कि जेएनयू में यूजीसी के प्रावधान लागू किए जाने चाहिए।
राज्यसभा में प्रश्न काल के दौरान जावड़ेकर जेएनयू और पीएचडी से संबंधित सवालों का जवाब दे रहे थे। जावड़ेकर ने कहा कि यूजीसी के प्रावधानों के मुताबिक एक प्रोफसर 8 छात्रों को गाइड कर सकते हैं , एसोसिएट प्रोफेसर 6 और असिस्टेंट प्रोफेसर 4 स्कॉलर्स को गाइड कर सकते हैं।
जावड़ेकर ने सदन में कहा कि विदेशों में यह संख्या और भी कम है लेकिन भारत में हम ज्यादा से ज्यादा पीएचडी चाहते हैं।
इससे पहले मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने सदन में कहा कि 2013-14 में 23861 स्कालरों को पीएचडी मिली लेकिन 2014-15 में इसमें कमी दर्ज की गयी और यह संख्या 21,830 हो गयी। लेकिन 2015-16 में यह बढ़कर 24,171 हो गई।
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