शरद यादव की जदयू से छुट्टी लगभग तय, जल्द हो सकता है ऐलान
बिहार में महागठबंधन सरकार गिरने के बाद नीतीश की आलोचना करना पड़ सकता है महंगा, शरद यादव को किया जा सकता है पार्टी से बाहर
नई दिल्ली। बिहार में महागठंबधन टूटने के बाद जिस तरह से नीतीश कुमार ने एनडीए के साथ मिलकर सरकार बनाई है, उसके बाद से ही जदयू के दिग्गज नेता शरद यादव ने बागी तेवर अख्तियार कर लिए हैं। एक तरफ जहां माना जा रहा है कि गुजरात राज्यसभा चुनाव में शरद यादव के इशारे पर जदयू विधायक ने कांग्रेस के उम्मीदवार अहमद पटेल को अपना वोट दिया है तो दूसरी तरफ खुद शरद यादव ने अहमद पटेल को बधाई देकर इस शक को पुख्ता किया है।
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लगातार जदयू विरोधी गतिविधियों के चलते अब शरद यादव का पार्टी से बाहर जाने का रास्ता लगभग तय हो चुका है।
जदयू के शीर्ष सूत्रों की मानें तो शरद यादव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है और उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। यही नहीं पार्टी के व्हिप का उल्लंघन करने के चलते शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता भी खतरे में पड़ गई है, लिहाजा शरद याजव की जगह एक नए उम्मीदवार को राज्यसभा में भेजा जा सकता है। इन सबके बीच शरद यादव ने तीन दिवसीय बिहार यात्रा पर निकलने का फैसला लिया है।
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पर
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गोली
मारकर
हत्या
इस
यात्रा
के
बाद
शरद
यादव
ने
समान
विचारधारा
वाले
तमाम
नेताओं
को
17
अगस्त
को
बैठक
के
लिए
बुलाया
है।
यह
बैठक
दिल्ली
में
की
जाएगी,
माना
जा
रहा
है
कि
तमाम
विपक्षी
दल
के
नेता
इस
बैठक
में
शिरकत
कर
सकते
हैं।
यहां
गौर
करने
वाली
बात
यह
है
कि
बिहार
में
महागठबंधन
टूटने
के
बाद
शरद
यादव
ने
नीतीश
कुमार
की
आलोचना
की
थी।
ऐसे
में
आज
से
शुरू
हो
रही
तीन
दिवसीय
बिहार
यात्रा
के
दौरान
वह
7
जिलों
में
लोगों
से
मुलाकात
करेंगे
और
यह
जानने
की
कोशिश
करेंगे
कि
बिहार
में
महागठबंधन
टूटने
पर
लोगों
की
राय
क्या
है।