पढ़ें: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के विवादित बयान जिन पर मचा है बवाल
पटना। आज एक बार फिर से बिहार के सीएम जीतन राम मांझी अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं। जिसके लिए बाहर वाले नहीं बल्कि अब उनके घरवाले गरिया रहे हैं। जेडीयू महासचिव क़े सी़ त्यागी ने गुरुवार को कहा कि मांझी के विवादास्पद बयानों से पार्टी और समाज दोनों को नुकसान हो रहा है।
हे छठी मईया हमरा पति के सीएम बनाये रखिया: मिसेज मांझी
यहीं नहीं पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने भी खुले तौर पर सीएम मांझी से कहा है कि अगर वो अपनी वाणी पर लगाम नहीं लगायेंगे तो इसका खामियाजा पूरी पार्टी को भुगतना पड़ेगा जो कि ठीक बात नहीं होगी। उम्मीद करता हूं कि मुख्यमंत्री पार्टी की अपेक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे।
गौरतलब है कि सीएम मांझी लगातार अपने बेबाक बयानों को लेकर मीडिया और विरोधियों की आंखों की किरकिरी बनें हुए हैं। कभी खुद को वो नीतीश कुमार का भक्त बताते हैं तो कभी खुद को अछूत बताकर लोगों पर तंज कसते हैं।
खैर आईये डालते हैं सीएम मांझी के कुछ विवादित बयानों पर एक नजर..
बिहार में घुसने नहीं दूंगा..
बुधवार को मांझी ने पटना में 'विश्व शौचालय दिवस' के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि बिहार के सात सांसद (सातभैया) केन्द्र में मंत्री बनाए गए हैं। इन सभी मंत्रियों से उन्होंने बिहार के विकास में मदद करने का निवेदन किया है। अगर ये सातभैया बिहार के विकास में मदद नहीं करते, तो उन्हें राज्य में घुसने नहीं देंगे। वे सभी दिल्ली में ही रहें।
सवर्ण तो विदेशी हैं...
मांझी ने पिछले दिनों पश्चिम चंपारण के होटल वाल्मीकि विहार परिसर में आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए कहा था कि सवर्ण जाति के लोग विदेशी हैं। बिहार के मूल निवासी आदिवासी, अनुसूचित जाति और गरीब लोग हैं।
हाथ काट डालेंगे हम..
मांझी ने बिहार के डॉक्टरों को सरेआम धमकी दे डली। मांझी ने कहा कि अगर किसी डॉक्टर ने इलाज में गरीबों के साथ खिलवाड़ किया तो वे दोषी का हाथ काट देंगे, भले ही इसके लिए उनके साथ कोई भी सितम क्यों न हो।
पति बाहर तो बीवीयां क्या करती हैं घर में?
एक कार्यक्रम में मांझी ने पलायन को लेकर कहा था कि आप जवान आदमी बाहर चले जाते थे और साल भर बाद आते थे। आपकी पत्नी यहां घर पर क्या करती थी, यह सोचने की बात है।
25 साल में शादी करो सबकी...
मांझी के मुताबिक 25 साल की उम्र में शादी करने से प्राचीन भारतीय परंपरा के मुताबिक आश्रम व्यवस्था स्थापित की जा सकती है। बच्चे और परिवार सब सही समय पर चलता है।