घर पहुंची 'अम्मा' कहा, मेरा जीवन आग के एक दरिया में तैरने जैसा
बैंगलोर। आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल जाने के बाद रिहा होकर एआईएडीएमके चीफ और तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता आज अपने घर पहुंच गईं। रिहा होने के बाद अपने पहले सार्वजनिक बयान में जयललिता ने कहा कि मेरा सार्वजनिक जीवन आग के एक दरिया में तैरने जैसा है। मालूम हो कि जयललिता शनिवार को बैंगलोर सेंट्रल जेल से रिहा होकर चेन्नई पहुंची जहां भारी बारिश के बावजूद बड़ी तादाद में मौजूद समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया।
उल्लेखनीय है कि विशेष अदालत के न्यायाधीश जॉन माइकल डी कुन्हा की ओर से रिहाई के आदेश जारी करने और तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता द्वारा सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद वह बेंगलूर के परप्पना अग्रहार सेंट्रल जेल से बाहर आईं थी। जयललिता के लिए दो करोड़ रूपये की जमानत राशि और संपत्ति पर एक करोड़ रूपये से ज्यादा का मुचलका भरने के बाद विशेष अदालत ने रिहाई के आदेश जारी किए।
उनके वकीलों ने उच्चतम न्यायालय के आदेश की प्रति भी पेश की। जयललिता की करीबी सहयोगी शशिकला और उनके रिश्तेदार सुधाकरन और इलावरसी ने भी इसी तरह की शर्तें पूरी की जिसके बाद उन्हें भी जेल से रिहा कर दिया गया। शशिकला और इलावरसी जयललिता की कार में थे जबकि अन्नाद्रमुक प्रमुख के परित्यक्त पुत्र सुधाकरण दूसरी गाड़ी में थे। जयललिता जब जेल से बाहर निकलीं तो उन्होंने मुस्कुराते हुए अपने समर्थकों का अभिवादन किया।