जम्मू कश्मीर में 70 वर्ष से पाक के दांत खट्टे कर रही है इंफेंट्री
आज से 69 वर्ष पहले जम्मू कश्मीर के इंफेंट्री ने ही छुड़ाए थे पाकिस्तान के छक्के।
नई दिल्ली। 27 अक्टूबर को हर वर्ष इंफेंट्री डे के मौके पर देश 70 वर्ष पहले शहीद हुए तमाम ऑफिसर्स और जवानों को याद करता है।
ये सभी वे ऑफिसर्स और जवान थे जिन्होंने जम्मू कश्मीर में दाखिल हो चुके पाकिस्तानी घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने में अपनी जान की बाजी लगा दी थी।
गुरुवार को इस मौके पर मुंबई में उन्ही ऑफिसर्स और जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। मेजल जनरल अनुज माथुर, जो महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा के इलाकों के जनरल ऑफिसर कमांडिंग हैं, उनके साथ कई ऑफिसर्स ने 70 वर्ष पहले शहीद हुए सैनिकों को याद किया।
मुंबई के अलावा जम्मू कश्मीर और देश के दूसरे हिस्सों में भी इंफेंट्री डे के मौके पर जवानों की शहादत को याद किया गया।
इंफेंट्री यानी पैदल सेना इंडियन आर्मी का एक अहम हिस्सा। आइए आपको इसी से जुड़े कुछ खास तथ्यों के बारे में बताते हैं।
क्या हुआ था 27 अक्टूबर को
27 अक्टूबर को इंडियन आर्मी इंफेंट्री डे के तौर पर मनाती है। इस दिन पर सिख रेजीमेंट की पहली बटालियन की इंफेंट्री कंपनी को नई दिल्ली से श्रीनगर एयरलिफ्ट करके पहुंचाया गया था। इस बटालियन को कश्मीर से उन तमाम घुसपैठियों को बाहर भगाना था जिन्हें पाकिस्तान सेना की ओर से मदद मिल रही थी।
जवाहर लाल नेहरु ने दिया था ऑर्डर
बटालियन को श्रीनगर भेजने का फैसला उस समय के प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने दिया था। जम्मू कश्मीर में भारत के विलय के बाद महाराजा हरि सिंह ने केंद्र से मदद मांगी थी। तब सरकार के आदेश के बाद इंडियन आर्मी जम्मू कश्मीर में दाखिल हुई थी।
आज तक सक्रिय
तब से लेकर आज तक इंफेंट्री आज तक देश के अग्रिम मोर्चे पर मौजूद है। इंफेंट्री ने सिर्फ सीमा पर गश्त लगाती है बल्कि हर तरह के आतंकवाद से मुकाबला भी करने में सक्षम है।
यूएन पीसकीपिंग मिशन का हिस्सा
युद्ध के अलावा इंफेंट्री कई प्राकृतिक आपदाओं के समय नागरिकों की मदद करती है। जरूरत पड़ने पर विदेशों में शांति स्थापना के लिए भेजी जाती है और वह भी यूएन पीसकीपिंग मिशन के एक अहम हिस्से के तौर पर।
जम्मू कश्मीर से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक
इंफेंट्री आज इंडियन आर्मी की रीढ़ है। पिछले 28 वर्षों से इफेंट्री के जवान नॉर्थ ईस्ट में भी डेप्लॉयड हैं। आज इंडियन आर्मी के पास इंफेंट्री की 31 रेजीमेंट्स हैं जो देश के अलग-अलग हिस्से में अपनी जिम्मेदारियों को अंजाम दे रही हैं।