रॉ पर पाक में गड़बड़ फैलाने के आरोप कितने सच से परे
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। क्या भारत की खुफिया गुप्तचर एजेंसी रॉ के कारण श्रीलंका में महिंदा राजपक्षे आम चुनावों में हारे और उसी के कारण पाकिस्तान में गड़बड़ हो रही है? कम से कम राजपक्षे का इस तरह का दावा है। उन्होंने पाकिस्तान के एक अखबार को इस तरह की बात कही है।
रॉ पर गलत आरोप
हालांकि उनके दावे को रॉ से जुड़े रहे एक अधिकारी खारिज करते हैं। करीब 35 सालों तक रॉ की नौकरी करते रहे इस रॉ के पूर्व अधिकारी का कहना है कि राजपक्षे चुनाव में हार गए तो वे हार का ठीकरा भारत के सिऱ पर या कहें कि रॉ के ऊपर डाल रहे हैं। जबकि सच्चाई यह नहीं है। बेशक रा खुफिया जानकारी तो एकत्र करती है। क्योंकि उसका यही काम है। सभी देशों की गुप्तचर एजेंसियां होती हैं। पाकिस्तान की आईएसआई है। इजराईल की मोसाद है।
मुशर्ऱफ की मदद
राजपक्षे ने यह भी कहा कि जब परवेज मुशर्ऱफ पाकिस्तान में अहम पदों पर थे,तब वे श्रीलंका की बहुत मदद करते थे। हालांकि वे मदद किस तरह से करते थे इसका उन्होंने खुलासा नहीं किया।
रॉ के कारण हारे
बता दें कि हाल ही में श्रीलंका में हुए आम चुनावों में राजपक्षे की पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद से उन्होंने अपनी के लिए रॉ को दोषी ठहराना शुरू कर दिया है। एक दौर में पाकिस्तान भी कहता था कि भारत की खुफिया एजेंसी रॉ के कारण बांग्लादेश बना। इंदिरा गांधी ने रॉ की स्थापना की थी। एम.के. काव इसके पहले प्रमुख थे। पर ये इस तरह का कोई काम नहीं करती ताकि अन्य देशों में अस्थिरता फैलाई जाए।