इंटरव्यू- नहीं आतीं किरण बेदी तो भी हार जाती भाजपा
[विक्की ननजप्पा] आम आदमी पार्टी की धमाकेदार जीत के बाद तमाम लोग कह रहे हैं कि किरण बेदी के अचानक आने से भाजपा की नैया डूब गई। लेकिन आम आदमी पार्टी बेदी की एंट्री पर क्या राय रखती है, यह हमने पता किया आप पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ बातचीत में। वनइंडिया से खास बातचीत में प्रवक्ता पृथ्वी रेड्डी ने कहा कि बेदी की एंट्री नहीं भी होती तो भी भाजपा हार जाती।
प्रस्तुत हैं इंटरव्यू के मुख्य अंश-
सवाल:
क्या
आपने
सोचा
था
इतनी
बड़ी
जीत
के
बारे
में?
जवाब:
हमें
पूरा
यकीन
था
कि
जनता
हमारे
साथ
है,
हां
इतनी
संख्या
में
साथ
है
यह
थोड़ा
आश्चर्यजनक
है
लेकिन
हमें
एहसास
था
कि
जनता
अब
दिल्ली
में
स्थायी
सरकार
चाहती
है
इसलिए
जनता
का
साथ
और
प्यार
हमें
मिला।
'तेरे
नौलखिया
परिधानों
को
दो
टकिया
मफलर
निगल
गया'
सवाल:
आम
आदमी
पार्टी
की
जीत
की
सबसे
बड़ी
वजह
क्या
है?
जवाब:
मेरे
ख्याल
से
हमने
देश
के
आम
लोगों
को
राजनीति
से
जोड़ा,
हमने
उनकी
समस्याओं
की
बात
की,
आप
हमारा
मेनफेस्टो
पढ़िये,
उसमें
लिखी
सारी
बातें
केवल
आम
आदमी
से
जुड़ी
हैं।
दिल्ली
की
जनता
ने
देखा
कि
हमने
मात्र
49
दिनों
में
ही
दिल्ली
की
जनता
के
लिए
कोशिश
की
है
इसलिए
उन्होंने
इस
बार
हमें
बहुमत
दिया।
सवाल:
केजरीवाल
के
इस्तीफे
की
वजह
से
आपको
कहीं
जनता
की
नाराजगी
का
डर
था?
जवाब:
हमें
पता
है
कि
कुछ
लोग
हमसे
नाराज
थे
क्योंकि
केजरीवाल
ने
सीएम
पद
छोड़
दिया
था
लेकिन
हमें
एक
बात
पता
थी
कि
हमने
शार्ट
टाइम
में
ही
ईमानदारी
से
काम
किया
है
और
यह
बात
जनता
जानती
है
इसलिए
उसने
हमें
मौका
दिया।
5 कारण जिन्होंने बनाया केजरीवाल को दिल्ली का हीरो
सवाल:
पिछली
बार
से
इस
बार
के
चुनाव
प्रचार
में
क्या
अंतर
था?
जवाब:
ज्यादा
अंतर
नहीं
है।
दरअसल
हमने
चुनाव
दिल्ली
और
आम
जनता
के
मुद्दे
पर
लड़ा,
हमने
उनके
विकास
की
बात
की
ना
कि
हमने
जाति-धर्म
की
राजनीति
की
बात
की।
हमें
खुशी
है
कि
दिल्ली
की
जनता
ने
इस
बात
को
गंभीरता
से
लिया
और
इस
बात
के
लिए
हम
उनका
धन्यवाद
करते
हैं।
सवाल:
क्या
आप
ने
अपनी
गल्ती
से
कुछ
सीखा
है
या
फिर
से
वो
बीच
में
जनता
को
छोड़
देगी?
जवाब:
हम
राजनीति
में
काफी
नये
हैं
और
हमें
हर
पल
और
हर
कदम
सीखना
है,हमें
अपनी
गल्तियों
के
बारे
में
पता
है
और
हम
उसे
स्वीकारते
भी
है,
गल्तियां
करना
मानव
स्वभाव
है
लेकिन
उनसे
सीखकर
हम
आगे
बढ़ेंगे।
14 फरवरी को अपने ब्रेक-अप को पैच-अप में बदलेंगे केजरीवाल
सवाल:
क्या
हम
आप
वर्जन
2
देख
रहे
हैं?
जवाब:
नहीं..
हम
वही
हैं
जो
थे,
हमने
कहा
ना
कि
हमने
अपनी
गल्तियों
से
सीखा
है,
हमने
परंपरागत
राजनीति
को
तोड़कर
नई
दिशा
दी
है
जो
कि
एक
आम
आदमी
से
जुड़कऱ
आज
आगे
बढ़ी
है।
सवाल:
किरण
बेदी
और
शाजिया
इल्मी
फैक्टर
ने
आप
की
मदद
की?
जवाब:
मैं
इस
बारे
में
कुछ
नहीं
कह
सकता
क्योंकि
अगर
बीजेपी
ने
किरण
बेदी
को
सीएम
पद
का
प्रत्याशी
नहीं
भी
बनाया
होता
तो
भी
वो
चुनाव
हारती।
बीजेपी
के
अंदर
सीएम
पोस्ट
को
लेकर
हाय-तौबा
मची
हुई
थी
किसी
को
आम
लोगों
की
चिंता
नहीं
थी।
आज
लोकतंत्र
की
नई
तस्वीर
लोगों
के
सामने
हैं
जिसने
जता
दिया
कि
प्रजातंत्र
ही
असली
ताकत
है।
जीत के बाद बोले केजरीवाल...साला मैं तो साहब बन गया..
सवाल:
शाही
इमाम
ने
आप
को
समर्थन
दिया
लेकिन
पार्टी
ने
इसे
ठुकरा
दिया
क्यों?
जवाब:
हमें
पता
था
कि
यह
सब
बीजेपी
का
किया-धरा
है
ताकि
वो
लोगों
को
भड़का
सके
इसलिए
हमने
समर्थन
के
लिए
मना
कर
दिया
क्योंकि
हमें
धर्म
और
जाति
की
राजनीति
नहीं
करनी
है।
सवाल:
क्या
आप
केवल
दिल्ली
की
स्पेशल
पार्टी
बन
गई
है?
जवाब:
नहीं,
अभी
तो
यह
केवल
शुरूआत
है,
हमारे
पास
सीमित
संसाधन
हैं,
लेकिन
हम
अपनी
मेहनत
और
हौसलों
से
पूरे
देश
में
आम
आदमी
की
ताकत
को
फैलायेंगे।
फिलहाल
अभी
हमारा
पूरा
फोकस
दिल्ली
में
हैं
और
अभी
हम
कोई
बड़े
वादे
नहीं
कर
सकते
हैं,
हमें
सच्चाई
पता
है
इसलिए
अभी
केवल
हम
दिल्ली
और
दिल्लीवासियों
के
बारे
में
सोच
रहे
हैं।