कानपुर ट्रेन हादसा : अधिकांश शव शिनाख्त से परे- एनडीआरएफ
एनडीआरएफ के प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने मीडिया से कहा कि पटना-इंदौर एक्सप्रेस के डिब्बों से बाहर निकाले गए अधिकतर शव क्षत-विक्षत हो गए हैं। उनकी पहचान मुमकिन नहीं है।
नई दिल्ली| राष्ट्रीय आपदा मोचन बल यानी कि एनडीआरएफ ने कहा है कि कानपुर के पास रविवार तड़के इंदौर-पटना एक्सप्रेस दुर्घटना में मारे गए अधिकतर लोगों के शव ऐसी अवस्था में हैं कि उनकी शिनाख्त करना लगभग नामुमकिन है।
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इस बारे में जानकारी देते हुए एनडीआरएफ के प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने मीडिया से कहा कि पटना-इंदौर एक्सप्रेस के डिब्बों से बाहर निकाले गए अधिकतर शव क्षत-विक्षत हो गए हैं। उनकी पहचान मुमकिन नहीं है।बचाव कार्यो के लिए एनडीआरएफ के पांच दलों की तैनाती की गई है।
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जबकि वहीं दूसरी ओर अपनों को खोजने में लगे लोग परेशानी की हालत में हैं। काफी लोग ऐसे हैं जिन्हें अभी भी समझ ही नहीं आ रहा है कि उनके साथ कुदरत ने कितना घोर मजाक किया है।
कानपुर रेल दुर्घटना दुखद, जांच होगी : प्रधानमंत्री
तो वहीं अपनी आगरा रैली में पीएम मोदी रेल हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्घांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इस हादसे से उबरने के लिए केंद्र पूरी मदद करेगा और घटना की जांच जरूर होगी।
मुआवजे का ऐलान
कानपुर देहात जिले में आज तड़के इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन के 14 डिब्बों के पटरी से उतर जाने के कारण खबर लिखे जाने तक 96 लोगों की मौत हो गयी जबकि 150 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री सुरेश प्रभु, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुआवजे का ऐलान किया है।