आतंकियों को आर्मी का संदेश- घुसपैठ करोगे तो मार डालेंगे
उरी। रविवार को उरी स्थित इंडियन आर्मी बेस पर हुए आतंकी हमले के बाद इंडियन आर्मी और आक्रामक हो गई है। सीमा पर आतंकियों की घुसपैठ रोकने के लिए सेना पूरी तरह से मुस्तैद है। सेना ने नौगाम सेक्टर में घुसपैठ की एक बड़ी साजिश को भी नाकाम किया है।
पढ़ें-वर्ष 2016 में इंडियन आर्मी ने गंवाए अपने सबसे ज्यादा जवान
आतंकियों को खदेड़ना आर्मी की प्राथमिकता
नौगाम सेक्टर में आतंकियों ने दो समूहों में दाखिल होने की कोशिशें की थीं। लेकिन दोनों ही तरफ से सेना ने उन्हें चित्त कर दिया। दोनों ही ग्रुप्स को सेना ने मजबूर कर दिया कि वह पाक की ओर वापस लौट जाए।
आर्मी अब दो चरणों में अपने ऑपरेशन की योजना तैयार कर रही है। पहले के तहत घाटी में बड़े पैमाने पर दाखिल हो चुके जहां आतंकियों को खदेड़ना है तो दूसरा पाकिस्तान की ओर से आने वाले आतंकियों को घुसपैठ से रोकना है।
पढ़ें-एलओसी पार स्पेशल ऑपरेशन से सरकार और सेना अनजान
दो दिनों में कई एनकाउंटर्स
पिछले दो दिनों में इंडियन आर्मी ने कई एनकाउंटर्स को अंजाम दिया है। तीन दिन पहले ही एक एनकाउंटर पूरा हुआ है जिसमें सेना ने 15 में से 10 आतंकियों को मार गिराया था।
इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि उरी सेक्टर के आसपास कई आतंकी घुसपैठ की फिराक में बैठे हैं। आईबी की मानें तो जम्मू कश्मीर में अशांति की वजह से घुसपैठ में दोगुना इजाफा हुआ है।
पढ़ें-क्यों किसी आतंकी हमले से पहले चेस्ट शेव करते हैं फिदायीन
आईबी और सेना ने मिलाया हाथ
सेना की पहली प्राथमिकता घाटी से आतंकियों को हटाना है और साथ ही घुसपैठ पर लगाम लगाना है। सेना और आईबी दोनों मिलकर आतंकियों का पता लगाने, उनकी पहचान करने और उन्हें खत्म करने के मिशन में लग गई है।
साथ ही इंडियन आर्मी सीमा पर किसी भी हालत में एक भी घुसपैठ को न होने देने के लिए पूरी तरह से अलर्ट है। साउथ कश्मीर में कई आतंकी तत्व मौजूद हैं और ऐसे में सारा ध्यान इस हिस्से पर है।