वर्ष 2016 में इंडियन आर्मी ने गंवाए अपने सबसे ज्यादा जवान
नई दिल्ली। रविवार को हुए उरी आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हो गए और इसके साथ ही इंडियन आर्मी ने इस वर्ष अपने सबसे ज्यादा जवानों को खोने का एक नया रिकॉर्ड बना डाला। जी हां पिछले छह वर्षों में यह पहला मौका है जब इंडियन आर्मी ने किसी एक वर्ष में सबसे ज्यादा सैनिक गंवाएं।
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कब कितने सैनिक हुए शहीद
साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल (साट्प) की ओर से दिए गए आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2016 में 18 सितंबर तक इंडियन आर्मी के 64 जवान शहीद हो चुके हैं। इससे पहले वर्ष 2010 में 69 सैनिक शहीद हुए थे।
वर्ष
2007-121
वर्ष
2008-90
वर्ष
2009-78
वर्ष
2010-69
वर्ष
2011-30
वर्ष2012-17
वर्ष
2013-61
वर्ष
2014-
51
वर्ष
2015-41
वर्ष
2016-64
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हर वर्ष जाती 800 नागरिकों की जान
वहीं अगर एलओसी पर आतंकी हमलों या फिर क्रॉस बॉर्डर फायरिंग में आम नागरिकों की मौत की बात करें तो यह आंकड़ा तीन दशकों में सबसे कम है। वर्ष 1990 से 2007 के बीच एलओसी पर करीब 800 नागरिकों की मौत हर वर्ष हुई।
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वर्ष 2012 था सबसे शांत
वर्ष 2012 में जहां 16 नागरिकों की मौत हुई थी तो 17 सैनिक शहीद हुए थे। यह अब तक का सबसे शांत समय था और इसके बाद से ही मौतों के आंकड़ों में इजाफा होने लगा।
सेना के ओर से दिए गए बयान में कहा गया है कि हालांकि इस वर्ष सीमा पार से होने वाली घुसपैठ में कमी आई है जो कि पिछले तीन वर्षों में सबसे ज्यादा थी।
सेना की ओर से जो जानकारी दी गई है उसके मुताबिक इस वर्ष घुसपैठ की 17 वारदातें हुईं जिनमें 31 आतंकी मारे गए।
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