पर भारत कर ना सका पाक में मंदिरों का जीर्णोद्धार
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। भारत की तो चाहत थी कि वह पाकिस्तान के कटास राज और दूसरे गर्त में मिलते मंदिरों का नए सिरे से जीर्णोद्धार करे। कटास राज शिव का मंदिर है पाकिस्तान में। पर, दोनों देशों के संबंधों में लगातार आते रहे अवऱोधों के कारण यह हो ना सका। पर भारत नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार और संरक्षण करेगा। मिली जानकारी के अनुसार, केन्द्रीय विदेश मंत्रालय ने कुछ माह पहले इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखा दी थी।
एएसई को लिखा
अब उसने आर्किलाजिकल सर्वे आफ इंडिया (एएसआई) से आग्रह किया है कि वह पशुपतिनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार और संरक्षण करे। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो नेपाल की यात्रओं के दौरान उनकी वहां के नेताओं से पशुपतिनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार और संरक्षण पर बात हुई। वे वहां पर पूजा करने के लिए गए भी थे।
शिव का सबसे पवित्र मंदिर
यह मंदिर नेपाल में शिव का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। परंपरा है कि मंदिर में चार पुजारी और एक मुख्य पुजारी दक्षिण भारत के ब्राह्मणों में से रखे जाते हैं। पशुपतिनाथमें शिवरात्रि त्योहार विशेष महत्वके साथ मनाया जाता है।
नेपाल की चाहत
नेपाल सरकार की चाहत थी कि इस काम को भारत करे। खबर है कि एआसआई की टीम हाल ही में काठमांडू होकर भी आ गई है ताकि वह मंदिर के जीर्णोद्धार और संरक्षण के काम को शुरू कर सके। इस सारे प्रोजेक्ट पर करीब 30 करोड़ रुपये खर्च आने की उम्मीद है।
बता दें कि नेपाल की राजधानी काठमांडू के तीन किलोमीटर उत्तर-पश्चिम देवपाटन गांव में बागमती नदी के किनारे पर स्थित है पशुपतिनाथ मंदिर। यह मंदिर यूनेस्को विश्व सांस्कृतिक विरासत स्थल की सूची में सूचीबद्ध है। पशुपतिनाथ में आस्थावानों को मंदिर परिसर में प्रवेश करने की अनुमति है। गैर हिंदू आगंतुकों बागमती नदी के दूसरे किनारे से इसे बाहर से देखने की अनुमति है।