अब अपने जवान को सीमा पार से वापस लाने में जुटी मोदी सरकार
भारतीय जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण 29 सितंबर को गलती से पीओके इलाके में चल गया था। बता दें कि ये वही दिन है जिस भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।
नई दिल्ली। भारतीय जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण को छुड़ाने के लिए भारत ने खास कवायद शुरू की है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से संपर्क की तैयारी की है।
डीजीएमओ की अपील पर पाकिस्तानी सेना ने नहीं दिया था कोई जवाब
पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे सीजफायर उल्लंघन के बीच भारत सरकार अपने जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण को छुड़ाने की कोशिश में जुटा हुआ है।
PAK के चंगुल से कब आजाद होंगे चंदू बाबूलाल चौहान?
भारतीय जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण 29 सितंबर को गलती से पीओके इलाके में चल गया था। बता दें कि ये वही दिन है जिस भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय सेना ने कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था।
भारत सरकार के रुख में अचानक आया बदलाव अहम है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पहले चंदू बाबूलाल चव्हाण को छुड़ाने के लिए डीजीएमओ रणबीर सिंह ने बयान दिया था। हालांकि डीजीएमओ रणबीर सिंह के बयान पर पाकिस्तान की सेना ने कोई जवाब नहीं दिया था।
भारत सरकार ने शुरू की कवायद
फिलहाल भारत सरकार अब इस मामले में आगे बढ़ने की तैयारी में है। अपने जवान को भारत लाने के लिए केंद्र सरकार पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय संपर्क की तैयारी कर चुका है। अभी तक भारतीय सरकार इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही थी।
भोपाल एनकाउंटर के वीडियो ने उठाए पुलिस की कहानी पर सवाल
37 राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही चंदू बाबूलाल चव्हाण जम्मू-कश्मीर के मेंढ़र सेक्टर में तैनात थे। सर्जिकल स्ट्राइक की घटना के कई घंटे बाद उनके लापता होने का पता चला।
बता दें कि दो अक्टूबर को रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि हम डीजीएमओ की जरिए साफ मैकेनिज्म बनाएंगे, जिससे चंदू बाबूलाल चव्हाण को छुड़ाया जा सके। उन्होंने कहा था कि स्थिति बेहद तनावपूर्ण है, इसलिए इसमें थोड़ा सा वक्त लग सकता है।
29 सितंबर को चंदू बाबूलाल चव्हाण पीओके में चले गए थे
भारत सरकार ने साफ किया है कि चंदू बाबूलाल चव्हाण के पीओके में जाने का सर्जिकल स्ट्राइक से कोई संबंध नहीं है। भारतीय सेना को उम्मीद थी कि पाकिस्तान चव्हाण को छोड़ देगा।
भोपाल जेल: हेड कांस्टेबल रमाशंकर की बेटी ही होने वाली थी शादी
हालांकि पाकिस्तान की सेना ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। उनकी ओर से प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर भारत सरकार इस मामले में दखल देने की तैयारी कर रही है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय से चंदू बाबूलाल चव्हाण को छुड़ाने के लिए भारत सरकार कवायद करेगी।