बेखबरी के मामले में भारत टॉप पर, सर्वे में हुआ खुलासा
बुधवार को एक सर्वे रिलीज हुआ है, जिसके तहत इंडेक्स ऑफ इग्नोरेंस (बेखबरी की लिस्ट) में भारत सबसे ऊपर है।
नई दिल्ली। भले ही भारत आए दिन बुलंदियां छू रहा हो, लेकिन कई ऐसे भी क्षेत्र हैं जिनमें टॉप करके दुनिया भर में शर्मिन्दगी झेल रहा है। ऐसा ही एक क्षेत्र है बेखबरी का। भारत के लोग भारत में हो रही चीजों से किस कदर बेखबर हैं, इसे लेकर एक सर्वे में यह बात सामने आई है।
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बुधवार को इप्सोस मोरी पेरिल्स ऑफ परसेप्शन का सर्वे रिलीज हुआ है, जिसके तहत इंडेक्स ऑफ इग्नोरेंस (बेखबरी की लिस्ट) में भारत सबसे ऊपर है। इस सर्वे में 2015 में भारत दूसरे नंबर पर था, जबकि पहले नंबर पर मेक्सिको था, लेकिन इस बार भारत ने इस मामले सभी देशों को पीछे छोड़ दिया है।
इस सर्वे में 40 देशों के लोगों को शामिल किया गया था, जिसने एक क्विज के दौरान कुछ सवाल पूछे गए। इस सर्वे में 40 देशों के लोगों से मिलेगा जवाबों को ध्यान में रखते हुए ही यह लिस्ट बनाई गई है।
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सर्वे में 40 देशों के कुल 500 लोगों को शामिल किया गया था, जिनकी उम्र 18 साल से लेकर 64 साल तक थी। इस सर्वे को 22 सितंबर से लेकर 6 नवंबर के बीच में किया गया। इस लिस्ट को बनाने के लिए लोगों से 5 तथ्यात्मक सवाल पूछे गए थे। इन सवालों के मिले जवाबों के आधार पर बेखबरी की यह लिस्ट जारी की गई है।
सर्वे के अनुसार भारतीय लोगों को यह पता है कि भारत में मुस्लिमों की संख्या 28 प्रतिशत है, जबकि वास्तव में यह संख्या सिर्फ 14.2 फीसदी है। वहीं दूसरी ओर उनका कहना है कि भारत सरकार कुल जीडीपी का 23 फीसदी स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च करती है, जबकि भारत सरकार स्वास्थ्य सेवाओं पर कुल जीडीपी का महज 5 फीसदी खर्च करती है।
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इतना ही नहीं, इस सर्वे में भाग लेने वाले भारतीयों ने कहा है कि देश के करीब 44 फीसदी लोगों के पास उनके अपने घर हैं, जबकि वास्तव में यह आंकड़ा 87 फीसदी है।