चरमपंथी इस्लामिक संगठनों को आर्थिक मदद पहुंचा रहे बंगाल के सांसद!
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। त्रिणमूल कांग्रेस पार्टी के राज्य सभा सांसद की कई एजेंसियों को तलाश है। प्रर्वतन निदेशालय (ईड) ने कुछ समय पहले सारदा कांड में अहमद हसन इमरान को तलब किया, वहीं सीबीआई ने आसिफ खान से पूछताछ की। उधर, उन पर आरोप है कि वे बांग्लादेश में चरमपंथी इस्लामिक संगठनों की आर्थिक मदद करते हैं।
जानकारों ने बताया कि ईडी ने अहमद हसन इमरान को कुछ हफ्ते पहले बुलाया था तथा उनसे पूछताछ की गयी थी। बताया गया है कि उऩसे करोड़ों रुपये के सारधा चिट फंड घोटाला मामले में मनी लांडरिंग की जांच के मामले में पूछताछ की थी। उनसे पूछताछ का मुख्य बिन्दु मीडिया में उनके निवेश है। एक बंगला अखबार की खरीद-बिक्री से जुड़े दस्तावेज में कथित तौर पर कुछ गड़बड़ियों के मिलने के बाद उन्हें तलब किया है।
सीबीआई ने की पूछताछ
ईडी इमरान की वित्तीय आय एवं अन्य हितों के बारे में जानना चाहता हैं। दूसरी ओर सीबीआई ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया । इसके पूर्व गत 28 अगस्त को इमरान के आवास पर सीबीआई ने तलाशी ली थी।
कहा जाता है कि इमरान का जन्म बांग्लादश में हुआ था। वे 1971 में बांग्लादेश की आजादी के समय भारत आ गए थे। हालांकि वे दावा करते रहे हैं कि उनका जन्म भारत में ही हुआ। वे कलाम नामक अखबार के संपादक थे। उसे उन्होंने बाद में सारदा समूह को बेच दिया था। उन पर बांग्लादेश के चरमपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी की आर्थिक मदद का आरोप भी है। बांग्लादेश भी उनके चरमपंथी संगठनों से संबंधों की जांच कर रहा है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री अब्दुल हसन महमूद ने 19 सितंबर को भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात के दौरान कहा था कि सारदा चिट फंड घोटाले का पैसा जमात-ए-इस्तामी को भी मिला।