स्मार्ट सिटी में कार वालों से ज्यादा फोकस पैदल चलने वालों पर
नई दिल्ली। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि देश बहुत तेजी से स्मार्ट सिटीज़ की ओर बढ़ रहा है। जो लोग यह सोच रहे हैं कि हाईटेक सिटीज़ का लाभ केवल कार वालों को ही मिलेगा, तो ऐसा कतई नहीं है। सरकार का फोकस पैदल चलने वालों और सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करने वालों पर ज्यादा रहेगा। सच पूछिए तो आने वाले समय में सार्वजनिक यातायात पर फोकस सबसे ज्यादा रहेगा।
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नायडू ने शहरी क्षेत्रों में एक भरोसेमंद, कारगर और किफायती सार्वजनिक परिवहन सुनिश्चित करने के लिए शहरी योजना निर्माण में आमूल-चूल परिवर्तन की मांग की है। ‘शहरी गतिशीलता भारत सम्मेलन' के उद्घाटन समारोह में नायडू ने देश के शहरी क्षेत्रों में सड़कों जैसे सार्वजनिक स्थानों के उपयोग में असमानता को लेकर चिंता जाहिर की, जहां कार रखने वाला वर्ग आम आदमी की कीमत पर उनका ज्यादा उपयोग करता है।
और क्या-क्या कहा नायडू ने-
- शहरी क्षेत्रों में एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना शहरी जीवन की गुणवत्ता का एक प्रमुख निर्धारक है।
- देश में तमाम लोगों के लिए शहरी क्षेत्रों का जीवन एक बुरा सपना है।
-
स्मार्ट
सिटी
विकसित
करने
का
उद्देश्य
निजी
कारों
के
उपयोग
को
प्रोत्साहित
करना
नहीं
है।
- सरकार का मकसद है कि कारों के मालिक भी सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।
- अटल मिशन का उद्देश्य टहलने एवं काम पर साइकिल से जाने जैसे गैर-मोटरकृत परिवहन को बढ़ावा देना है।
- स्मार्ट सिटी मिशन और अमृत योजना का उद्देश्य वर्तमन प्रवृति को बदलना है।
70 अंतर्राष्ट्रीय शिष्टमंडलों एवं 24 प्रदर्शकों समेत 1200 से अधिक शिष्टमंडल इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।