उत्तर प्रदेश: मुजफ्फरनगर में बच्चों से यौन अपराध के 78 मामले दर्ज
मुज़फ्फरनगर। बीते साल से सांप्रदायिक झड़पों के लिए चर्चा में रहा मुजफ्फरनगर एक और चुप्पी अपने छलनी हुए दिल में दबाए रहा। यह चुप्पी है 'बाल यौन शोषणी' की घटनाओं की। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इस जिले में पिछले नौ महीने में बच्चों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के कम से कम 76 मामले सामने आए हैं।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, 19 दिसंबर 2013 से 30 अगस्त 2014 तक यौन अपराधों से बच्चों का बचाव (पोस्को) कानून, 2012 और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत विभिन्न पुलिस थानों में 78 मामले दर्ज हुए हैं।
आंकड़े बताते हैं कि यहां 78 में से 49 बलात्कार के मामले और बाकी छेड़छाड़, अपहरण के मामले हैं। मसले पर अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश मयंक चौहान ने इन सुनवाई शुरू की है। सीआरपीसी की धारा 164 के तहत पीड़ितों का बयान दर्ज किया जा रहा है।
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यहां
जश्न
है
कुछ
ऐसा
इस
जिले
में
पिछले
नौ
महीने
में
बच्चों
के
खिलाफ
यौन
उत्पीड़न
के
कम
से
कम
76
मामले
सामने
आए
हैं।
प्रशासनिक
रिकॉर्ड
के
मुताबिक,
19
दिसंबर
2013
से
30
अगस्त
2014
तक
यौन
अपराधों
के
चलते
पॉस्को
कानून,
2012
और
आईपीसी
की
विभिन्न
धाराओं
के
तहत
विभिन्न
पुलिस
थानों
में
78
मुकदमे
दर्ज
हुए
हैं।
अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश मयंक चौहान ने इन मामलों की सुनवाई शुरू की है। मामले में सीआरपीसी की धारा 164 के तहत पीड़ितों का बयान दर्ज किया जा रहा है। हालांकि आश्वासन दिया गया है कि मामलों को निपटाकर जल्द ही दोषियों को कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।