बेहद शर्मनाक: दहेज के लिए महिला को 3 साल बाथरूम में रखा बंद
दरभंगा। इंसानियत का पारा कब उलट जाए और वह हैवानियत का रूप धारण कर ले, कहा नहीं जा सकता। बिहार के दरभंगा जिला के विश्वविद्यालय थाना अंतर्गत रामबाग मोहल्ला स्थित एक मकान से पुलिस ने तीन साल से अपने पति के घर शौचालय में कैद एक महिला को मुक्त कराया है।
संज्ञान लेते हुए दरभंगा जिला स्थित महिला थाना की प्रभारी सीमा कुमारी ने बताया कि मुक्त कराई गई महिला का नाम गुंजा है। एसएसपी कुमार एकले से गुंजा के पिता श्याम सुन्दर सिंह द्वारा दहेज की मांग को लेकर उनकी पुत्री को प्रताड़ित किए जाने की शिकायत दर्ज करवाई थी।
गुंजा की शादी चार वर्ष पूर्व प्रभाष कुमार सिंह के साथ हुई थी। बताया गया कि गुंजा के पति एवं परिवार के लोग दहेज नहीं मिलने के कारण उसे प्रताड़ित करते थे तथा उसे अपनी तीन साल की बच्ची से मिलने की अनुमति नहीं थी।
पढ़ें-
'आप'
का
आशियाना
सालों
की
रिहाई
के
बाद
उसने
अपनी
तीन
वर्षीय
पुत्री
से
मिलने
की
इच्छा
जताई
और
उनकी
बेटी
के
उन्हें
नहीं
पहचानने
पर
रोने
लगीं।
सीमा
ने
बताया
कि
गुंजा
के
शादीशुदा
होने
के
बावजूद
उसके
माथे
पर
न
तो
सिंदूर
था
और
न
ही
पेशानी
पर
बिंदी
थी।
पुलिस ने इस मामले में गुंजा के पति प्रभाष कुमार सिंह, ससुर धीरेन्द्र सिंह एवं सास इन्द्र देवी के खिलाफ मामला दर्ज कर हिरासत में लिया है। आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।