लड़कियों के प्राइवेट पार्ट में हाथ लगाता था इमाम, कोर्ट ने दी 13 साल की सजा
कार्डिफ क्राउन कोर्ट ने इस मामले में सिद्दीकी के बयान को सुनने के बाद अपना फैसला सुनाया। सिद्दीकी छात्रों और छात्राओं को अपने पास बिठाता और फिर उन्हें कुरान पढ़ने को कहता था।
नई दिल्ली। कुरान पढ़ाते समय लड़कियों के प्राइवेट पार्ट को छूने के आरोप में इमाम को 13 साल की जेल मिली है। ब्रिटेन की एक कोर्ट में 81 साल में के मुहम्मद हाजी सिद्दीकी पर 4 लड़कियों को गलत तरीके से छूने का आरोप साबित हुआ है।
कार्डिफ क्राउन कोर्ट ने इस मामले में सिद्दीकी के बयान को सुनने के बाद अपना फैसला सुनाया। सिद्दीकी छात्रों और छात्राओं को अपने पास बिठाता और फिर उन्हें कुरान पढ़ने को कहता था फिर उसी दौरान लड़कियों के प्राइवेट पार्ट को छूता था। इमाम पर पूरी क्लास के सामने लड़कियों को गलत तरीके से छूने का आरोप लगा था।इतना ही नहीं सिद्दीकी अपने साथ लोहे और लड़की की छड़ी रखता था। पढ़ाई के दौरान वह बच्चों को इन्हीं छड़ियों से पीटता था। इमाम छात्राओं को गाली भी देता था और अपने बगल में बैठने को मजबूर करता था।
आपको बता दें कि सिद्दीकी पिछले 30 साल से भी ज्यादा समय से मदीना मस्जिद में बच्चों को कुरान पढ़ाता था। अदालत ने उसे 14 आरोपों में दोषी पाया। इनमें से 6 मामले बच्चों को मारने-पीटने से जुड़े थे और 8 मामले शारीरिक शोषण के थे। ये सभी अपराध 1996 से 2006 के बीच हुए।