शराब पीने से परहेज नहीं करते आईआईटी के 67 प्रतिशत छात्र
नई दिल्ली (ब्यूरो)। अगर गला तर करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के स्टुडेंट्स को शराब मिल जाए तो वे उसे छोड़ना पसंद नहीं करते। 67 फीसद आईआईटी स्टुडेंट्स हफ्ते में एक बार से महीने में एक बार और लगातार शराब का सेवन करते हैं। हां, 33 फीसद शराब कतई नहीं पीते।
ये निष्कर्ष है आईआईटी, मुंबई के बी.टेक के छात्रों के बीच शराब सेवन को लेकर किए एक सर्वे का। आईआईटी, मुंबई को सर्वेश्रेष्ठआईआईटी माना जाता है।
ईश्वर पर यकीन कितना
ईश्वर की सत्ता पर कितने आईआईटी, मुंबई के छात्र यकीन करते हैं।सर्वे के मुताबिक,47.1 फीसद छात्रों का कहना है कि वे ईश्वर की सत्ता पर यकीन करते हैं। 30.1 फीसद ने कहा कि वे नास्तिक हैं। 22.8 का कहना था कि उनकी इस बारे में साफ राय नहीं है कि ईश्वर है या नहीं।
विज्ञान की बैकग्राउंड
एक दौर में दिल्ली आईआईटी के छात्र रहे प्रेम भूटानी का कहना था कि चूंकि आईआईटी छात्र विज्ञान की बैकग्राउंड से संबंध रखते हैं इसलिए वे इतनी आसानी से ईश्वर के होने या न होने पर यकीन नहीं करते।
सर्वे 2014 बैच के बी.टेक के छात्रों से यहां की मैगजीन के लिए किया गया। आईआईटी, मुंबई के बहुत से छात्र रोज क्लास अटेंड करना भी नहीं पसंद करते। करीब 10 फीसद ने कहा कि उन्हें लगता है कि रोज क्लास अटेंड करने का कोई मतलब नहीं है। पर करीब 45 फीसद ने कहा कि वे रोज अपनी सारी क्लासेज अटेंड करना चाहते हैं।
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आईआईटी, दिल्ली के डिपार्टमेंट आफ बायो मेडिकल इंजीनियरिंग से जुड़े हुए डा. महेश शर्मा ने बताया कि कुल मिलाकर आईआईटी के छात्र अपनी क्लासेज को अंटेड करने के पक्ष में ही रहते हैं। ये बाकी कालेज के छात्रों की तरह तो नहीं होते।