ISIS में शामिल होने जा रहे 21 भारतीय युवकों को खुफिया विभाग ने रोका
नई दिल्ली। भारतीय खुफिया विभाग को आईएस में शामिल होने जा रहे युवकों को भारत में रोकने में बड़ी सफलता मिली है। खुफिया विभाग 21 ऐसे युवकों को रोकने में कामयाब हुआ है जो आईएस में शामिल होने जा रहे थे। इनमें से 15 युवक तेलंगाना के जबकि 6 मध्य प्रदेश के थे।
तेलंगाना से 15 युवक भारत से आईएस में शामिल होने के लिए जा रहे थे लेकिन खुफिया विभाग को उन्हें भारत में रोकने में सफलता मिली है। खुफिया विभाग को पहले से ही इस बात की अंदेशा हो गया था की ये युवक आईएस में शामिल होने जा रहे थे। वहीं आखिरी वक्त पर खुफिया विभाग की निर्देश पर पुलिस इन युवकों को रोकने में कामयाब हुई।
जानिये
क्या
है
आईबी
का
खुफिया
मिशन
चक्रव्यूह
कैसे
हुई
तेलंगाना
में
धरपकड़
तेलंगाना
में
पिछले
एक-दो
महीनों
से
कई
युवकों
को
एयरपोर्ट
पर
पकड़ा
गया
जोकि
आईएस
में
शामिल
होने
जा
रहे
थे
और
उन्हें
उनके
घर
वापस
भेजा
गया।
सूत्रों
की
मानें
तो
जो
युवक
इस
बार
पकड़े
गये
हैं
वो
आईएस
के
संपर्क
में
थे
और
भारत
छोड़ने
की
फिराक
में
थे।
सभी 15 मामलों में ये युवा पहले यूके जाने वाले थे जिसके बाद उन्हें इराक या सीरिया भेजा जाना था। इन सभी युवाओं को वैधानिक वर्क पर्मिट प्राप्त था जिसकी मदद से ये युवा पहले यूके और फिर गल्फ देशों के रास्ते आईएस में शामिल होने के लिए सीरिया और इराक पहुंचने वाले थे।
खुफिया विभाग को इन युवकों के पास से कई ऐसे ऑनलाइन साहित्य प्राप्त हुए हैं जिसकी मदद से इनके विचारों को बदलने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन इन युवाओं के सोशल नेटवर्किंग पर चैट से साफ जाहिर होता है कि ये आईएस में शामिल होने जा रहे थे। गौरतलब है कि तेलंगाना के आतिफ वसीम जोकि आईएस में शामिल होने सीरिया गया था उसकी मौत हो गयी थी।
मध्य
प्रदेश
से
भी
6
युवकों
की
भी
हुई
धरपकड़
वहीं मध्य प्रदेश में भी खुफिया विभाग ने इस बात को भांप लिया था कि कई युवक आईएस में शामिल होने जा रहे थे। मध्य प्रदेश के रतलाम में 6 युवक एक दुकान खोलने की तैयारी में थे। इन युवकों को सुल्तान अरमार ने आईएस में शामिल होने के लिए संपर्क किया था। अरमार अंसार उल तवाहिद के माध्यम से युवकों को आईएस में शामिल कराता है।
मध्य प्रदेश में इरफान नाम का एक युवक आईएस में शामिल होने के लिए अर्हतायें निर्धारित करता था। इस मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने वनइंडिया को बताया कि ये युवक ना सिर्फ युवाओं को आईएस में शामिल होने के लिए तैयार कर रहे थे बल्कि एक बड़े हमले की भी तैयारी कर रहे थे।
भारत
अभी
भी
ऑपरेशन
चक्रव्यूह
पर
टिका
वहीं आईएस में शामिल होने जा रहे इन युवकों के खिलाफ भारत अभी भी अपने ऑपरेशन चक्रव्यूह पर टिका हुआ है। भारत अभी भी इन युवकों को समझाने की कोशिश कर रही है। भारतीय अधिकारी इन युवकों को गुमराह युवक के तौर पर अभी भी इनकी काउंसलिंग कर रही है।