'अक्षरधाम हमले और अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट की मोदी को पहले से थी जानकारी'
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने कांग्रेस की जब हर चाल और साजिश फेल हो गई तो उसने एक नया मुद्दा उठाकर मोदी को बदनाम करने की कोशिश की है। कांग्रेस के महासचिव मधुसूदन मिस्त्री ने नरेन्द्र मोदी पर संदेह जताते हुए कहा कि उन्हें 2002 में गांधीनगर स्थित अक्षरधाम मंदिर में हुए आतंकी हमले और जुलाई 2008 में अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के बारे में पहले से ही जानकारी थी।
आपको बता दें कि हाल ही में अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ को दिये अपने पहले इंटरव्यू में भी कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात दंगों के लिये मोदी को जिम्मेदार ठहराया है। जबकि गुजरात दंगों के मामले में मोदी को क्लिन चिट मिल चुकी है। लिहाजा कांग्रेस अब मोदी को एक नए मुद्दे के आधार पर निशाना बनाना चाह रही है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से मिस्त्री ने कहा कि 'हमलावार या तो मोदी को या आडवाणी या किसी ओर को मारने के लिए आए थे।
पुलिस
को
इस
बात
की
तुरंत
सूचना
मिल
गई
थी
कि
हमलावर
लश्कर-ए-तैयबा
या
इसके
जैसे
किसी
आतंकवादी
संगठन
के
थे।
तत्कालीन
गृहमंत्री
ने
कहा
था
कि
उत्तरी
राज्य
से
ये
आतंकी
यहां
आए
और
उन्होंने
अक्षरधाम
पर
हमला
कर
दिया।
हालांकि
मुझे
इसके
बारे
में
अभी
तक
संदेह
है।
अक्षरधाम
हमले
के
बारे
में
सच्चाई
कभी
सामने
नहीं
आएगी।'
पुलिस पर भी लगाया आरोप
मिस्त्री ने पुलिस पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि अहमदाबाद ब्लास्ट की जानकारी पुलिस को भी थी। अक्षरधाम हमले के बारे में उन्होंने कहा कि यह हमला मुख्यमंत्री निवास से मात्र 100 गज की दूरी पर हुआ था। मिस्त्री ने कहा वे लोग, जो मुख्यमंत्री को मारने आए थे, पुलिस चाहती तो उन्हें पकड़ सकती थी। उनके हमला करने से पहले ही वे मारे गए थे।
शरद पवार ने मोदी से की गुप्त मुलाकात!
मुंबई में एक मराठी अखबार ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के बीच गुप्त बैठक होने का दावा किया है। इस अखबार का दावा है कि 17 जनवरी को दिल्ली में नरेंद्र मोदी और शरद पवार के बीच गुप्त बैठक हुई है। खबर के मुताबिक इस मुलाकात में शरद पवार ने नरेंद्र मोदी को चुनाव बाद समर्थन देने का भरोसा दिया है। लेकिन शरद पवार ने इस खबर का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि यह खबर बेबुनियाद है। मैं पिछले एक साल से नरेंद्र मोदी से नहीं मिला।
प्रफुल्ल पटेल ने मोदी को दी थी क्लीन चिट
हाल
ही
में
गुजरात
दंगों
को
लेकर
एनसीपी
नेता
प्रफुल्ल
पटेल
ने
मोदी
को
क्लीन
चिट
दी
थी।
प्रफुल्ल
ने
कहा
था
कि
जब
दंगों
पर
कोर्ट
ने
मोदी
को
क्लीन
चिट
दे
दी
है,
तब
उन
पर
सवाल
उठाने
का
कोई
तुक
नहीं
है।
राहुल के इंटरव्यू के बाद से जारी है बवाल
राहुल
गांधी
का
इंटरव्यू
कांग्रेस
के
लिए
मुश्किल
बनता
नजर
आ
रहा
है।
कांग्रेस
नेताओं
को
लग
रहा
है
कि
राहुल
गांधी
ने
1984
के
सिख
विरोधी
दंगों
का
जिक्र
कर
विपक्षियों
को
एक
हथियार
थमा
दिया
है।
कई
वरिष्ठ
नेताओं
का
मानना
है
कि
इससे
कांग्रेस
की
नरेंद्र
मोदी
विरोधी
वो
रणनीति
कमजोर
हो
रही
है
जिसके
तहत
मोदी
को
मुस्लिम
विरोधी
दंगों
के
आधार
पर
घेरा
जा
रहा
था।
सज्जन कुमार और टाइटलर तक आती थी आंच
1984 के सिख विरोधी दंगों की आंच अभी तक पार्टी के नेता सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर तक ही आती थी। लेकिन अब इन दंगों के आरोप में कांग्रेस को जमकर निशाना बनाया जा रहा है। जिस समय कांग्रेस और खासकर राहुल गांधी मोदी को गुजरात दंगों के लिए जिम्मेदार बताते हुए घेर रहो हों, अब सिख विरोधी दंगों का मुद्दा कांग्रेस के लिए फांस बन गया है