ISIS में शामिल होने के लिए छोड़ दी गूगल की नौकरी
हैदराबाद। दुनिया का खतरनाक आतंकी संगठन बन चुका आईएसआईएस, जिसके खिलाफ अमेरिका के भी सारी कोशिशें फेल हो चुकी हैं, पुरजोर तरीके से भारतीय युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने में लगा है। हैदराबाद का मुनवाद सलमान इसका नया उदाहरण है।
सलमान जो पहले गूगल के साथ काम करता था, वह इस आतंकी संगठन का हिस्सा बनने के लिए इराक के लिए निकला था। अपने मंसूबो में सलमान कामयाब हो पाता इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
कई
माह
से
था
ISIS
के
संपर्क
में
सलमान
आईएसआईएस
की
सोशल
मीडिया
विंग
में
शामिल
होने
के
मकसद
से
निकला
था।
आईएसआईएस
भारतीयों
को
अपने
संगठन
में
शामिल
करने
के
लिए
वही
मॉडेस
आपरेंडी
अपना
रहा
है,
जो
उसने
चेन्नई
में
अपनाई
थी।
आईएसआईएस ने भारतीयों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपनी ओर आकर्षित करने के लिए सऊदी अरब में चार यूनिट बनाई हैं। पिछले कई माह से आईएसआईएस सलमान के संपर्क में था।
सऊदी अरब में पहले नौकरी का लालच
आईएसआईएस ने सलमान के लिए सऊदी में एक नौकरी का इंतजाम किया था। सलमान इराक में आईएसआईएस का हिस्सा बनने से पहले वर्क परमिट पर सऊदी के लिए निकला था। पुलिस सूत्रों की ओर से इस बाबत जानकारी दी गई।
तमिलनाडु का रहने वाला हाजा फखरुद्दीन पहला शख्स था जो इस तरह से वर्क परमिट पर सिंगापुर गया और बाद में उसने सीरिया में आईएसआईएस को ज्वॉइन कर लिया।
पुलिस की ओर से पूछताक्ष में मुनवाद ने पुलिस को जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक वह आईएसआईएस की ओर खासा आकर्षित था।
उसने पुलिस को जानकारी दी है कि आईएसआईएस ग्लोबल इस्लामिक काउंसिल के गठन को लेकर काफी गंभीर है। ऐसे में उसने फैसला किया था कि वह संगठन के साथ बतौर वॉलेंटियर जुड़ेगा और संगठन के सोशल नेटवर्क का संचालन करेगा।
गूगल में था सिक्योरिटी एनालिस्ट
सलमान छह माह पहले तक गूगल के साथ काम करता था। वह गूगल में बतौर सिक्योरिटी एनालिस्ट काम कर रहा था। जब वह इस बात को लेकर निश्चिंत हो गया कि उसे आईएसआईएस में शामिल होना है तो उसने अपनी नौकरी छोड़ दी।
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक सऊदी निकलने से पहले वह आखिरी पलों की औपचारिकताओं को पूरा करने में लगा था।
अलकायदा
और
ISIS
की
जमीन
बन
रहा
हैदराबाद
सलमान
की
गिरफ्तारी
से
यह
बात
साबित
होती
है
कि
हैदराबाद
में
अब
अलकायदा
और
आईएसआईएस
के
लिए
अपनी-अपनी
जमीन
को
मजबूत
करने
की
जंग
शुरू
हो
चुकी
है।
गौरतलब है कि हैदराबाद में अल कायदा पहले ही अपनी जमीन को मजबूत करने में लगा है और वह यहां के युवा लड़कों को अपने संगठन में शामिल भी कर रहा है। आईएसआईएस कई एजेंट्स के जरिए भारतीय युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने में लगा है ताकि वह संगठन में शामिल हो जाएं।
पुलिस सूत्रों की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है कि सऊदी अरब में कम से कम चार एजेंसियों को आईएसआईएस की ओर से तैयार किया गया है जिनका मकसद भारतीय युवाओं को अपने संगठन में शामिल करने के लिए आकर्षित करना है।
पुलिस ने भी जानकारी दी है कि सलमान सऊदी अरब में इन्हीं एजेंट्स के साथ पिछले दो माह से संपर्क में था। आईएसआईएस अल कायदा की ही एक शाखा अल शहाब की तर्ज पर अपनी एक शाखा तैयार करना चाहता है ताकि वह सोशल मीडिया पर अपनी जंग को आगे बढ़ा सके।
कोलकाता के बाद हैदराबाद
सलमान की गिरफ्तारी कोलकाता में हुए उस प्रकरण के बाद हुई जिसमें हैदराबाद के 15 लोगों को उस समय रोका गया था जब वह कोलकाता के रास्ते बांग्लादेश जा रहे थे। बांग्लादेश के रास्ते अब यह 15 लोग इराक में आईएसआईएस का हिस्सा बन गए हैं।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसी हैरान
सलमान का यह नया केस सामने आने के बाद हैदराबाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां दोनों ही हैरान हैं। अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं जब हैदराबाद से ही उन दो ऑपरेटिव्स को गिरफ्तार किया गया था जो यहां पर अल कायदा की एक सेल को तैयार करने की योजना में लगे हुए थे। यह दोनों भी सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए लोगों को संगठन में भर्ती कर रहे थे।
आईबी के अधिकारियों का कहना है कि हैदराबाद आईएसआईएस और अलकायदा दोनों ही के लिए एक खास जमीन में तब्दील हो रहा है। वहीं पुलिस सूत्रों की मानें तो वह सलमान से पूछताक्ष कर और जानकारियां इकट्ठा करने में लगी है।
पुलिस के मुताबिक सलमान के खिलाफ केस दर्ज करने में थोड़ी मुश्किलें आ सकती हैं क्योंकि आईएसआईएस अभी तक भारत में प्रतिबंधित नहीं है। उसे भी कोलकाता में गिरफ्तार उन 15 लोगों की तरह छोड़ना पड़ सकता है जिन्हें थोड़े दिनों पहले रोका गया था।