अय्याशी और इश्क के चक्कर में पड़े घाटी के आतंकवादी, कुछ गे भी हैं
नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों में घाटी में जिन आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मौत के घाट उतारा है या फिर जो आतंकवादी अभी भी सक्रिय है उन्हें लेकर एक नई बात सामने आई है। जी हां जानकारी मिली है कि घाटी में सक्रिय आतंकवादी अय्याशी और प्रेम संबंधों में शामिल रहे हैं। इतना ही नहीं आतंकियों का यह कथित प्यार या फिर वासना सिर्फ महिलाओं के लिए नहीं बल्कि पुरुषों के लिए भी रही है। सीधे शब्दों में कहें तो कुछ आतंकवादी समलैंगिक (गे) भी हैं।
उदाहरण के तौर पर पिछले दिनों एनकाउंटर में मारा गया लश्कर ए तैयबा का कमांडर अबू दुजान को ही ले लें। दुजाना उन आतंकवादियों में से था जो अय्याशी और कथित प्रेम संबंधों के लिए अपने 'मिशन' को भी दाव पर रख देता था। त्राल में हिज्बुल मुजाहिदीन के एक कमांडर की यही कहानी है। इसके अलावा इस साल 15 जनवरी को मारे गए अनंतनाग के एक आतंकवादी आदिल अहमद रेशी से संबंध श्रीनगर की एक विवाहित महिला के साथ थे।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक घाटी में सक्रिय आतंकियों (स्थानीय या फिर पाकिस्तान से आए आतंकी) के समलैंगिक होने की खबर भी सामने आई है। अखबार के मुताबिक आतंकी ऐसा इसलिए भी कर रहे हैं ताकि वो उन्हें रहने या छुपने के लिए एक सुरक्षित जगह मिल सके।