होली: होने वाले बच्चे पर प्रहार करने आये केमिकल्स
नई दिल्ली। रंगो का त्योहार होली अच्छे-अच्छे लोगों के बीच में जोश भर देता है लेकिन कभी-कभी जोश में इंसान होश खो देता है जिसके चलते उसे लेने के देने पड़ जाते हैं। इसलिए इस बार होली में गर्भवती महिलाएं संयम बरतें और जोश के चक्कर में कुछ गलती ना करें क्योंकि गर्भावस्था के चलते महिलाएं काफी सेंसटिव हो जाती है और इसका सीधा असर उनके होने वाले बच्चे पर पड़ता है इसलिए विशेषज्ञों की राय है कि इस बार गर्भवती महिलाएं जितना हो सके रंगो से दूर रहें। [होली विशेष]
केवल रंग ही नहीं बल्कि होली के दौरान मां बनने वाली महिलाओं को अपने खान-पान का भी खास ख्याल रखना बेहद आवश्यक है, क्योंकि गर्भावस्था में महिलाओं की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिस कारण बीमारी और संक्रमण बढ़ जाते हैं।
इसका खामियाजा केवल महिलाओं को ही नहीं भुगतना पड़ता बल्कि उनके होने वाले बच्चे भी इसका शिकार होते हैं जो कि बच्चे के विकास के लिए अच्छी बात नहीं हैं।
आईये आपको बताते हैं कि क्यों कहा जा रहा है कि गर्भवती महिलाएं होली से दूर रहें...
रासायनिक रंगों का गलत प्रभाव
गर्भवस्था के दौरान रासायनिक रंगों से होली खेलने से महिलाओं को शारीरिक तौर पर प्रभावित होना पड़ सकता है। ऐसे में रासायनिक रंगों से दूर रहना ही फायदेमंद होगा, क्योंकि ये पदार्थ एसिड, माइका, ग्लास पाउडर, अल्कालिस, लीड, बेंजीन, तथा एरोमेटिक कंपाउंड के जरिए बनाए जाते हैं।
डाई का इस्तेमाल
कभी-कभी रंगों को बनाने के लिए डाई का भी इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे पदार्थ तंत्रिका तंत्र, गुर्दे तथा जनन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं।
गर्भपात का डर
गायनिकोलॉजिस्ट की सलाह है कि सावधानी न बरतने पर समय से पहले बच्चे का जन्म होना, जन्म के दौरान बच्चे के वजन में कमी तथा गर्भपात जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
हर्बल के रंगों से खेल सकती हैं
गर्भवती महिलाएं हर्बल के रंगों से खेल सकती हैं, जो फलों तथा फूलों के द्वारा बनाई जाती है इससे उनको और उनके बच्चों को नुकसान नहीं।
पानी से सतर्क रहें
गर्भवतियों होली खेलते वक्त पानी से सतर्क रहें, क्योंकि आप फिसल सकती हैं। फिसलने पर बच्चे के लिए बहुत सी परेशानियां खड़ी हो सकती हैं।
शराब और भांग का सेवन ना करें
शराब और भांग का सेवन ना करें हालांकि भांग जो कि प्राकृतिक चीज है, मगर उसका नशा भी बच्चे के जीवन के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
मिठाई तथा सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन भी ना करें
मिठाई तथा सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन न के बराबर करें, क्योंकि इन पदार्थो से शुगर बढ़ जाता है, जो होने वाले शिशु के लिए लाभकारी नहीं है।
रंगों को हटाने के लिए बेसन का प्रयोग
अगर होली खेल ही लिया है तो होली खेलने के बाद अपने आप को पूरी तरह से साफ करें। लोग कई बार रंगों को साफ करने के लिए मिट्टी का तेल, नेल पेंट रिमूवर जैसी चीजों का इस्तमाल करते हैं, मगर आपको ऐसा कुछ करने की जरूरत नहीं है। आप रंगों को हटाने के लिए बेसन का भी प्रयोग कर सकती हैं जो पूरी तरह प्राकृतिक है।
चेहरे को साफ पानी से धोएं
अगर आप पर किसी ने गिला या रसायन युक्त रंग डाल दिया है तो तुरंत अपने चेहरे को साफ पानी से धोएं।
सिरके का सेवन न करें
नमकीन पानी या सिरके का सेवन न करें, क्योंकि उससे उलटी हो सकती है।
हर्बल चीजों का ही इस्तमाल करें
रंगों को हटाने के लिए हर्बल चीजों का ही इस्तमाल करें।
डॉक्टर से जांच करवाएं
रंग लगी त्वचा पर जलन, सूखापन तथा फुंसी हो जाए तो डॉक्टर से जांच करवाएं।
रंग व गुलाल
अपनी आंखों को रंग व गुलाल से बचाएं।