सेना पर खर्च के मामले में दुनिया में चौथे नंबर पर भारत, जानिए कौन है हमसे आगे
अपनी सैन्य क्षमता पर खर्च करने के मामले में भारत अब दुनिया में चौथे नंबर आ गया है। भारत ने अपने रक्षा खर्च में इस साल भी बढ़ोतरी की है।
नई दिल्ली। सोमवार को आईएचएस जेन की वार्षिक रक्षा बजट रिपोर्ट जारी की गई है। इसमें दुनियाभर के देश अपनी सेैन्य क्षमता पर कितना खर्च करते हैं, इसकी जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2016 के दौरान वैश्विक रक्षा खर्च(पूरी दुनिया में सैन्य खर्च) 2015 के मुकाबले कुल एक फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 16 खरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया है। पिछले साल यानि 2015 में विश्व के रक्षा खर्च में 0.6 फीसदी की बढोतरी दर्ज हुई थी।
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भारत के पड़ोसी देश चीन के रक्षा बजट के दस साल में दोगुना, 2010 के 123 बिलियन डॉलर के मुकाबले 2020 में बढ़कर 233 बिलियन डॉलर हो जाने की बात रिपोर्ट में कही गई है।
105 देशों के रक्षा खर्च की रिपोर्ट देने वाले आईएचएस जेन के अनुसार, इस बार भारत ने रक्षा पर खर्च करने के मामले में रूस और सऊदी अरब को पीछे छोड़ दिया है। भारत सैन्य ताकत पर सबसे ज्यादा खर्च करने के मामले में चौथे स्थान पर है।
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2016 में 622 अरब डॉलर के खर्च के साथ अमेरिका रक्षा मामलों पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाला देश है। अमेरिका के बाद चीन अपनी फौजों पर सबसे ज्यादा खर्च करता है। चीन ने 2016 में 191 बिलियन डॉलर रक्षा पर खर्च किए।
तीसरे नंबर पर ब्रिटेन है। ब्रिटेन ने 2016 में 53.81 बिलियन डॉलर अपनी सैन्य ताकत पर खर्च किए। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि भारत आने वाले दो साल में ब्रिटेन के मुकाबले सैन्य ताकत पर ज्यादा खर्च करने लगेगा।
भारत ने ब्रिटेन के 53.81 बिलियन के मुकाबले 50.67 करोड़ बिलियन डॉलर इस साल रक्षा पर खर्च किए हैं। जबकि पिछले साल भारत ने 46.6 बिलियन डॉलर खर्च किए थे। 2016 में 48.68 बिलियन डॉलर के साथ सऊदी अरब पांचवे स्थान पर है। रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले दस साल में दुनियाभर में सैन्य ताकतों पर खर्च लगातार बढ़ते रहने का अनुमान है।
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