कैसे कश्मीर बाढ़ में पत्थरबाजों की जान बचाने के लिए आगे आई इंडियन आर्मी
अप्रैल माह में कश्मीर में भारी बर्फबारी और बारिश से बाढ़ जैसे हालात। इंडियन आर्मी राहत कार्यों में लगी और लोगों को पहुंचाया गया सुरक्षित जगहों पर। नॉर्दन कमांड की ओर से ट्वीट कर दी गई जानकारी।
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में इन दिनों मौसम ने सबको हैरान कर रखा है और अप्रैल के माह में कश्मीर घाटी में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है। बर्फबारी और भारी बारिश की वजह से घाटी के कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं और कई स्कूल कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। मौसम से अलग एक और बात जो हैरान कर सकती है वह है इंडियन आर्मी का फिर से लोगों की जान बचाने के लिए आगे आना। पिछले कई दिनों से आतंकियों के साथ एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की घटनाएं काफी आम हो गई हैं।
लोगों को पहुंचाया गया सुरक्षित इलाकों में
नॉर्दन कमांड की ओर से गुरुवार को ट्वीट कर जानकारी दी गई कि इंडियन आर्मी की ओर कश्मीर के जलभराव की वजह से फंसे हुए गांववालों को सुरक्षित इलाकों से निकालकर उन्हें सुरक्षित जगह पर पहुंचाया और अब स्थिति नियंत्रण में है। बर्फबारी की वजह से भूस्खलन हुआ और इसकी वजह से जम्मू कश्मीर नेशनल हाइवे को बंद करना पड़ा है। कुछ जगहों पर स्कूल और कॉलेज भी बंद हैं।
बारिश और बर्फबारी से हैरान लोग
श्रीनगर के लोग जब गुरुवार सुबह उठे तो बारिश और बर्फबारी देखकर हैरान थे क्योंकि अप्रैल के माह में ऐसा मौसम शायद ही पहले देखा गया हो। लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों में रहे क्योंकि पानी की स्तर बढ़ रहा है और कुछ इलाकों में बाढ़ के हालात भी पैदा हो सकते हैं।
रविवार तक रहेगा ऐसा मौसम
श्रीनगर में मौसम विभाग का कहना है कि घाटी के अलग-अलग हिस्सों से बर्फबारी की खबरें हैं। पिछले तीन दिनों से घाटी में बर्फबारी और बारिश ने राज्य सरकार को रविवार तक के लिए स्कूल और कॉलेजों को बंद करने के लिए मजबूर कर दिया है। राज्य के शिक्षा विभाग को उम्मीद है कि मौसम उससे पहले ठीक हो जाएगा।
नौ और 12 अप्रैल को हैं चुनाव
श्रीनगर के कई हिस्से पानी में डूबे हुए हैं और गुरुवार को बर्फबारी ने मुश्किलों का और बढ़ा दिया। इस मौसम की वजह से चुनाव प्रचार में लगे लोगों के लिए भी खासी दिक्कतें पैदा हुई हैं। श्रीनगर और अनंतनाग में नौ और 12 अप्रैल को लोकसभा उपचुनाव होने हैं।