राष्ट्रपति चुनाव में क्या है भाजपा की स्थिति, पढ़िए पूरे समीकरण
देश के अगले राष्ट्रपति के लिए भाजपा आसानी से कर सकती है अपने उम्मीदवार के नाम को आगे, विपक्ष के लिए मुश्किल है राह
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी जुलाई माह में होने वाले देश के अगले राष्ट्रपति के चुनाव में काफी आगे बढ़ती नजर आ रही है। जिस तरह से भाजपा को उत्तर प्रदेश में प्रचंड जीत हासिल हुई है उसके बाद राष्ट्रपति के चुनाव में भाजपा की स्थिति पहले ही काफी मजबूत हो गई है। लेकिन बावजूद इस प्रचंड जीत के भाजपा को 17500 अतिरिक्त वोटों की जरूरत होगी ताकि वह अपनी पसंद के उम्मीदवार को राष्ट्रपति की कुर्सी पर पहुंचा सके।
कई दल है भाजपा के साथ
जिस तरह से भाजपा की राष्ट्रीय राजनीति में पकड़ मजबूत हुई है उसे देखते हुए माना जा रहा है कि भाजपा को अन्य दलों का समर्थन हासिल करने में खास मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ेगा। भाजपा के लिए लगातार संख्या बढ़ रही है, वाईएसआर कांग्रेस, टीआरएस, एआईएडीएमके जैसे तमाम दलों ने आगे आकर भाजपा के समर्थन की बात सामने रखी है। भाजपा के एक शीर्ष सूत्र ने वनइंडिया को बताया कि देश का अगला राष्ट्रपति भाजपा की पसंद का होगा।
जुलाई माह में होना है चुनाव
आपको बता दें कि राष्ट्रपति का चुनाव जुलाई महीने में होना है, जिसके बाद यह फैसला होगा कि देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल जुलाई माह में खत्म हो रहा है। ऐसे में तमाम दलों की निगाहें इस बात पर टिकी है कि बीजेडी किस ओर अपना रुख करती है, अभी तक बीजेडी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। अभी तक माना जा रहा है कि एआईएडीएमके एनडीए के साथ है।
पार्टी के अंदर का ही होगा उम्मीदवार
भाजपा के अंदर के नेता का मानना है कि देश के अगले राष्ट्रपति का उम्मीदवार पार्टी के अंदर का ही नेता होगा, इस पद के लिए कोई बाहरी उम्मीदवार नहीं होगा। भाजपा के सूत्रों की मानें तो झारखंड के राज्यपाल के नाम पर आखिरी मंजूरी दी जा चुकी है। भाजपा सूत्रों की मानें तो यूपी की प्रचंड जीत के बाद भी भाजपा के पास 17500 वोटों की कमी हैं। लेकिन वाईएसआर कांग्रेस, टीआरएस और एआईएडीएमके अपना समर्थन एनडीए को देती हैं तो भाजपा बहुत आसानी से अगले राष्ट्रपति का चुनाव करा सकती है।
ये नाम रहे सुर्खियों में
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों में एलके आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, रजनीकांत, द्रौपदी मुरमू और उमा भारती के नामों पर अगले राष्ट्रपति के उम्मीदवार के तौर पर चर्चा हो रही थी। जबकि विपक्ष दूसरी तरफ अपने उम्मीदवारों को आगे बढ़ाने के लिए जोड़तोड़ में लगा है। विपक्ष में शरद पवार, मीरा कुमार, गोपाल कृष्ण गांधी और शरद यादव राष्ट्रपति के उम्मीदवार की रेस में हैं।