कैसे 16 साल की लड़की से प्रभावित हुए पीएम मोदी और उनके मन की बात
गायत्री की इस पीड़ा पर पीएम मोदी ने कहा कि 'भाइयो-बहनो, 11वीं कक्षा की एक बेटी की कितनी पीड़ा है। उस नदी में कूड़ा-कचरा देख कर के उसको कितना गुस्सा आ रहा है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात में स्वच्छता सबसे बड़ा मुद्दा होता है। वो हर कार्यक्रम में स्वच्छता को लेकर जरूर बात करते हैं। इस बार भी देहरादून की एक 11 साल की लड़की गायत्री नें इस मुद्दे पर अपने मन की बात की जिसे लेकर पीएम ने कहा कि लोग उसका बात मानें। पीएम मोदी ने देशवासियों को पहले तो गायत्री की बात सुनवाई और फिर कहा कि स्वच्छता आंदोलन से ज्यादा आदत से जुड़ी हुई होती है।
क्या कहा था गायत्री ने
'आदरणीय प्रधानाचार्य, प्रधानमंत्री जी, आपको मेरा सादर प्रणाम। सबसे पहले तो आपको बहुत बधाईयां कि इस चुनाव में आपने भारी मतों से विजय हासिल की है। मैं आपसे अपने मन की बात करना चाहती हूं। मैं कहना चाहती हूं कि लोगों को यह समझाना होगा कि स्वच्छता कितनी जरूरी है। मैं रोज उस नदी से हो कर जाती हूं, जिसमें लोग बहुत सा कूड़ा-करकट भी डालते हैं और नदियों को दूषित करते हैं।
वह नदी रिस्पना पुल से होते हुए आती है और मेरे घर तक भी आती है। इस नदी के लिये हमने बस्तियों में जा करके हमने रैली भी निकाली और लोगों से बातचीत भी की, परन्तु उसका कुछ फायदा न हुआ। मैं आपसे ये कहना चाहती हूं कि अपनी एक टीम भेजकर या फिर न्यूजपेपर के माध्यम से इस बात को उजागर किया जाए, धन्यवाद।' इसे भी पढ़ें- पीएम मोदी से एक बच्ची की गुहार, जान बचा लीजिए, देखिए VIDEO
फिर क्या कहा पीएम मोदी ने
गायत्री की इस पीड़ा पर पीएम मोदी ने कहा कि 'भाइयो-बहनो, 11वीं कक्षा की एक बेटी की कितनी पीड़ा है। उस नदी में कूड़ा-कचरा देख कर के उसको कितना गुस्सा आ रहा है। मैं इसे अच्छी निशानी मानता हूं। मैं यही तो चाहता हूं, सवा-सौ करोड़ देशवासियों के मन में गंदगी के प्रति गुस्सा पैदा हो।
एक बार गुस्सा पैदा होगा, नाराजगी पैदा होगी, उसके प्रति रोष पैदा होगा, हम ही गन्दगी के खिलाफ कुछ-न-कुछ करने लग जाएंगे। अच्छी बात है कि गायत्री स्वयं अपना गुस्सा भी प्रकट कर रही है, मुझे सुझाव भी दे रही है, लेकिन साथ-साथ खुद ये भी कह रही है कि उसने कफी प्रयास किए, लेकिन विफलता मिली।