हरियाणा के गढ़ी सांपला में हुड्डा ने हुड्डा को हराया
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। हरियाणा में मोदी की आंधी के बावजूद मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड़्डा अपनी गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा सीट से जीत गए। उन्हें अन्य उम्मीदवारों के साथ ही अपने हमनाम- एक सेल्समैन से टक्कर ली। उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनौती 41 वर्षीय भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी दी। 2005 से हरियाणा के मुख्यमंत्री हुड्डा का इस सीट पर कब्जा है।
67 वर्षीय मुख्यमंत्री ने भूपेन्द्र सिंह के तौर पर शपथ पत्र के साथ अपना परचा दाखिल किया है। वहीं, उनके हमनाम ने शपथ पत्र में अपने नाम का उल्लेख भूपेंद्र सिंह हुड्डा के तौर पर किया है।
हुड़्डा का हमनाम
हुड्डा के हमनाम ने अपने शपथपत्र में अपना पेशा एक निजी कंपनी में सेल्समैन बताया । जबकि, कांग्रेस उम्मीदवार और मुख्यमंत्री ने अपने शपथपत्र में अपना पेशा किसान, नेता बताया है। 1997 में एमडीयू रोहतक से कॉमर्स में स्नातक निर्दलीय उम्मीदवार ने अपनी कुल संपत्ति 7.08 लाख रुपये बताई थी। हालांकि, हुड्डा के हमनाम ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट का उल्लेख नहीं किया।
पहले कहा जा रहा था कि गढ़ी सांपला-किलोई की जनता ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को सबक़ सिखाने का मन बना लिया है। हलके की राजनीति नये युग का प्रवेश हो चुका है। पर यह सब गलत साबित हुआ।
कैंपेन के दौरान गढ़ी सांपला-किलोईहलके से भाजपा प्रत्याशी धर्मबीर हुड्डा का कहना था कि मुख्यमंत्री ने हलके की जनता को खोखले सपने दिखाकर वर्षों से बरगलाए रखा है। अब हलके की जनता हकीकत पहचान गई है। पर, सीएम हुड्डा जीत गए।