तेज बहादुर की मां ने कहा- मेरे बेटे ने कुछ गलत नहीं किया, साथी सिपाहियों के लिए उठाया मुद्दा
तेज बहादुर की पत्नी शर्मिला ने अपने पति का बचाव करते हुए कहा कि अगर उनकी मानसिक हालत सही नहीं थी तो फिर उन्हें बॉर्डर पर क्यों तैनात किया गया था?
नई दिल्ली। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले बीएसएफ के जवान तेज बहादुर का परिवार उनके बचाव में उतरा है। बुधवार को उनकी मां ने कहा कि उनके बेटे को खाने से समस्या थी तो उसने वह मुद्दा उठाया। यह सिर्फ अकेले के लिए नहीं है साथी जवानों के लिए भी यह समस्या है। इसके पहले सुबह जवान की पत्नी ने सेना के अधिकारियों की नीयत पर सवाल उठाए थे।
पत्नी
ने
कहा-
नहीं
हो
पा
रही
बात
तेज
बहादुर
की
पत्नी
शर्मिला
ने
अपने
पति
का
बचाव
करते
हुए
कहा
कि
अगर
उनकी
मानसिक
हालत
सही
नहीं
थी
तो
फिर
उन्हें
बॉर्डर
पर
क्यों
तैनात
किया
गया
था?
शर्मिला
ने
कहा,
'रोटी
की
मांग
करना
गलत
तो
नहीं
है।
हमें
न्याय
मिलना
चाहिए।
मेरे
पति
ने
जो
किया
वो
सही
किया,
वही
सच
है।'
उन्होंने
कहा
कि
वीडियो
डालने
के
बाद
से
उनके
पति
से
उनकी
बात
नहीं
हो
पा
रही
है।
पढ़ें: बीएसएफ जवान की पत्नी ने कहा, मेरे पति की मानसिक हालत ठीक नहीं थी तो बॉर्डर पर क्यों भेजा?
पिता
और
बेटे
ने
भी
किया
बचाव
वहीं,
तेज
बहादुर
के
बेटे
रोहित
ने
सवाल
उठाया
था
कि
अच्छे
खाने
की
मांग
करना
क्या
गलत
है?
रोहित
ने
कहा,
'उन्हें
न्याय
चाहिए।
इस
मामले
की
जांच
जरूर
होनी
चाहिए।'
बीएसएफ
जवान
के
पिता
ने
कहा,
'दिसंबर
में
तेज
बहादुर
घर
आया
था।
उसने
बताया
था
कि
अब
वो
वहां
नहीं
रह
सकता
क्योंकि
वहां
खाना
नहीं
मिल
रहा
है।'
बता
दें
कि
बीएसएफ
के
जवान
तेज
बहादुर
यादव
ने
फेसबुक
पर
तीन
वीडियो
डालकर
बताया
था
कि
उन्हें
एलओसी
पर
अच्छा
खाना
तक
नसीब
नहीं
हो
रहा
है।
इसके
बाद
यह
मामला
सुर्खियों
में
आ
गया।
गृह
मंत्रालय
ने
इस
मामले
में
जांच
के
आदेश
देते
हुए
बीएसएफ
से
रिपोर्ट
मांगी
तो
अधिकारियों
ने
कहा
कि
यह
जवान
अनुशासनहीनता
के
मामले
में
पहले
भी
कई
बार
सजा
पा
चुका
है
और
उसकी
मानसिक
हालत
भी
ठीक
नहीं
थी।
सेना
के
मुताबिक
अनुशासनहीनता
की
वजह
से
साल
2010
में
उसका
कोर्ट
मार्शल
किया
गया
था।
बीएसएफ
ने
जवान
पर
शराब
का
आदी
होने
का
भी
आरोप
लगाया।