दोस्ती में चलाया खंजर, वो नहीं चाहता था उस लड़की को वो भी बहन बोले...
निखिल बिबवे ने अमर के अच्छे दोस्त होने का नाजायज फायदे उठाते हुए और दोस्ती का भरोसा तोड़ते हुए हत्या की पूरी प्लानिंग राधिकेश पवार को जाकर बता दी।
पुणे। अपनी बहन के प्रेमी की हत्या का षड़यंत्र रचनेवाला खुद अपनी ही मौत से बेफ्रिक था, एक शख्स को ये नहीं पता था कि जिसकी हत्या की साजिश वो रच रहा है उसकी हत्या का मास्टर प्लान पहले से ही बन चुका है। जिस दोस्त के साथ मिलकर वो अपनी बहन के प्रेमी की हत्या का प्लान बना रहा था वो गद्दार निकला और उसने ही साजिश में फंसाकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।
प्रेमिका के भाई की हत्या करके प्रेमी चुपचाप दरकिनार होने की फिराक में था पर पुलिस को इस घटना की साजिश का पता हत्या के चंद घंटों बाद ही चल गया। जिसके चलते पुलिस ने आरोपी को कुछ ही पलों में धर दबोचा। 29 जून को अमर महाडिक की लाश पुलिस को पुणे के लेक टाउन के पास कात्रज में खुले मैदान से बरामद हुई थी। अमर महाडिक की हत्या करने के बाद उसकी पहचान न हो सके इसलिए उसका चेहरा पत्थर से वार करके काफी बुरी तरह से बिगाड़ दिया गया था। भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन के एक कर्मचारी सर्फराज देशमुख को खबरी द्वारा इस हत्या की साजिश की जानकारी मिली थी कि अमर महाडिक की हत्या करनेवाले तीन आरोपी लेक टाउन सोसायटी के पास पार्किंग में रुके हुए हैं। इस बात की जानकारी कर्मचारी ने वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजयसिंह गायकवाड को दी। इस बात की पुष्टि होते ही स्टाफ की मदद से अमर महाडिक की हत्या करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
इस मामले में भारती विद्यापीठ पुलिस ने राधिकेश शिवाजी पवार (22), निखिल बालासाहेब बिबवे (24) और रवि ज्ञानेश्वर बोत्रे (20) को गिरफ्तार किया है। पुलिस की कड़ी पूछताछ में तीनों आरोपियों ने हत्या करने की बात कबूल की है। इस हत्या की साजिश रचनेवाला, खुद हत्या का शिकार अपने ही दोस्त की गद्दारी की वजह से हुआ। अमर महाडिक की बहन से राधिकेश पवार प्यार करता था, इस बात की भनक अमर को लग गई थी। अमर इस बात से काफी खफा था कि उसकी बहन के साथ राधिकेश के प्रेम संबंध है।
राधिकेश से बदला लेने के लिए उसकी हत्या का षडयंत्र अमर बना चुका था और इस हत्या को अंजाम देने के लिए अपने सबसे करीबी दोस्त निखिल बिबवे को हत्या का पूरा प्लान बता चुका था लेकिन निखिल बिबवे ने अमर के अच्छे दोस्त होने का नाजायज फायदे उठाते हुए और दोस्ती का भरोसा तोड़ते हुए हत्या की पूरी प्लानिंग राधिकेश पवार को जाकर बता दी। राधिकेश पवार को मारने के लिए निखिल अमर का पूरा साथ देनेवाला है ऐसा भरोसा जताकर निखिल और राधिकेश ने हत्या का मास्टर प्लान बनाते हुए तीनों ने मिलकर अमर की हत्या कर दी। अमर ने कभी नहीं सोचा था जिस दोस्त पर उसने इतना भरोसा किया उसी दोस्त ने दोस्ती में दगा देते हुए उसकी हत्या का मास्टर प्लान बनाकर उसे धोख से मार डालेगा।