परिवार को बोझ लगने लगी दिव्यांग बेटी, लड़की ने एसएसपी से लगाई मदद की दुहार
गाजियाबद में एक बेटी ने अपने परिवार की शिकायत एसएसपी से की है। बेटी का कहना है कि परिवार उसपर अत्याचार करता है और इसलिए वो उनसे अलग होकर आश्रम में जाना चाहती है। सात साल की उम्र में एक सड़क हादसे में उसके दोनों पैर कट गए थे। इसके बाद से ही उसके परिवार वालों को वो बोझ लगने लगी।
नई दिल्ली। गाजियाबद में एक बेटी ने अपने परिवार की शिकायत एसएसपी से की है। बेटी का कहना है कि परिवार उसपर अत्याचार करता है और इसलिए वो उनसे अलग होकर आश्रम में जाना चाहती है। सात साल की उम्र में एक सड़क हादसे में उसके दोनों पैर कट गए थे। इसके बाद से ही उसके परिवार वालों को वो बोझ लगने लगी। लड़की ने एसएसी से दुहाई लगाई है कि वो आश्रम में रहकर आगे पढ़ना चाहती है।
एसएसपी को सुनाई परिवार के अत्याचारों की कहानी
गाजियाबाद के खोड़ा की रहना वाली रेखा यादव अपने परिवारवालों के अत्याचारों के खिलाफ एसएसपी के पास पहुंची। बुधवार रेखा अपनी व्हील चेयर पर ही एसएसपी ऑफिस पहुंची। वहां एसएसपी न मिलने पर उसने एसपी देहात को अपनी शिकायत बताई। एसपी देहात अरविंद कुमार मौर्य को अपने परिवार के अत्याचार सुनाए। एसपी देहात ने खोड़ा पुलिस स्टेशन को इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
परिवार ने दिव्यांग होने के कारण कर दिया बेदखल
सात साल की उम्र में एक हादसे में अपने दोनों पैर गंवाने वाली रेखा के हौसले काफी बुलंद हैं। परिवार से कोई मदद नहीं मिलने के बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई की। रेखा ने अपने दम पर दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है। वो आगे और पढ़ना चाहती हैं लेकिन उनके परिवार ने उन्हें बेदखल कर दिया है।
आश्रम में रहकर करना चाहती है पढ़ाई
दिव्यांग होने के कारण परिवार वालों को वो बोझ लग रही हैं। घर से बेदखल होने के बाद रेखा पर केवल ननिहाल वालों का सहारा है लेकिन वो किसी पर बोझ नहीं बनना चाहतीं। इसलिए रेखा आश्रम में रहकर आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं।
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