सीमा पार से हैकर हैक रहे विमानों की फ्रिक्वेंसी, पायलट्स को सुना रहे हैं गाना
नई दिल्ली। लाइन ऑफ कंट्रोल के बिल्कुल करीब मौजूद जम्मू और थोइसे एयर फोर्स बेस पर पायलटों को नई मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।
पायलटों क जहाज की लैंडिंग में काफी दिक्कत आ रही है क्योंकि जैसे ही पायलट फाइनल लैंडिंग की तैयारी करते हैं, उन्हें पाकिस्तान के राष्ट्रभक्ति वाले गाने सुनाई देने लगते हैं।
बताया गया कि जब पायलट प्लेन लैंडिंग के लिए आखिरी तैयारी कर लेता है तभी सीमा पार से हैकर अक्सर उस फ्रीक्वेंसी में बाधा डाल देते हैं जो जम्मू एयर ट्रैफिक कंट्रोल से जुड़े होते हैं।
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बजाते हैं ये गाना
वो पायलट और एटीसी के संचार को बंद कर पाकिस्तान के देशभक्ति गाने बजाना शुरू कर देते हैं। एक वरिष्ठ पायलट ने बताया कि फ्रिक्वेंसी हैक होने पर उन्हें 'दिल दिल पाकिस्तान, जान जान पाकिस्तान' सरीखे गाने सुनाई देते हैं।
ऐसी हालत में उन्हें उधमपुर स्थित उत्तरी कमांड वापस जाना पड़ता है।
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उन्होंने बताया कि जब वे 10,000 फीट से ऊपर होते हैं तो भारतीय वायु सेना का एयर ट्रैफिक कंट्रोल उनसे सम्पर्क में रहता है। जैसे ही वे 10,000 फीट से कम की ऊंचाई पर आते हैं उन्हें जम्मू टॉवर पर स्विच कर दिया जाता है।
इसके बाद उत्तरी कंट्रोल जम्मू एटीसी में लैंडलाइन से कॉल करता है और फिर उनके लिए वैकल्पिक फ्रीक्वेंसी पाता है। इसके बाद पायलट जम्मू से उस फ्रीक्वेंसी पर बात करता है।
हालांकि हैकर वैकल्पिक फ्रीक्वेंसी को हैक नहीं कर पाते जिसके चलते पायलट को जम्मू या थोइसे हवाई अड्डे पर उतरने का मौका मिल जाता है।
वेरी हाई फ्रीक्वेंसी लायी जाती है प्रयोग में
एक अन्य पायलट ने बताया कि वेरी हाई फ्रीक्वेंसी प्रयोग में लायी जाती है। इसे बतौर 'अगर आप देख सकते हैं तो आप हमसे बात कर सकते हैं' के नामस से भी जाना जाता है।
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इसके कारण हैकर बार बार एटीसी के साथ हमारी फ्रिक्वेंसी जाम कर देते हैं और अपना गाना बजाने लगते हैं।
पायलट ने कहा कि जब हम लैंडिंग के आखिरी चरण पर होते हैं और ऐसे में अगर ये गाने बजने लगते हैं तो ये बहुत ही चिढ़ पैदा करने वाला साबित होता है।
इस कारण से जम्मू एटीसी की फ्रीक्वेंसी बार-बार बदली जाती है ताकि सीमा उस पार की हैकिंग से बचा जा सके।