जानिए क्या हुआ उस शख्स का हाल जिसने उड़ाया था पीरियड के दर्द का मजाक
नई दिल्ली। हाल ही में सोशल मीडिया (ट्विटर) पर एक आदमी को एक ऐसा सबक सिखने को मिला जिसे वह शायद ही कभी भूल पाएगा। महिलाओं के मासिक धर्म (पीरियड्स) को लेकर ट्विटर पर की किए गए एक कमेंट से उसे लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। उसने लिखा था कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कोई दर्द नहीं होता यह सब काल्पनिक बातें हैं।
कहां से शुरु हुआ यह विवाद
इस पूरे मामले की शुरुआत उस ट्वीट पर आए एक महिला के कमेंट से हुई जिसमें युवक ने पूछा था कि ''दिल टूटने से ज्यादा दर्द किसमे होता है।'' इस ट्वीट के जवाब में एक महिला ने लिखा था पीरियड्स के दौरान, बेसहारा और बेघर तथा भूखा होने पर। देखते ही देखते यह कमेंट वायरल हो गया और उस युवक ने फिर जवाब में लिख दिया ''एक लड़का होने के नाते मैं सोचता हूं कि पीरियड्स में कोई दर्द नहीं होता, वो सिर्फ काल्पनिक बाते हैं।''
हर महीने क्यों आता है मासिक धर्म
हर
महीने
महिला
का
शरीर
गर्भ
की
तैयारी
करता
है।
उसके
अंडाशय
यानि
ओवरी
में
एक
अंडा
तैयार
होता
है
और
उसके
गर्भाशय
की
नलिका
में
पहुंच
जाता
है
साथ
ही
उसके
गर्भाशय
की
अंदरूनी
परत
में
खून
जमा
होता
है
ताकि
अगर
गर्भ
बैठ
जाए
तो
उस
खून
से
बच्चा
विकसित
हो
सके।
अगर
गर्भ
नहीं
ठहरता
तो
यह
परत
टूट
जाती
है
और
उसमें
जमा
खून
माहवारी
के
रूप
में
शरीर
से
बाहर
आता
है।
हर
महीने
फिर
गर्भ
की
तैयारी
होती
है
और
यही
चक्र
चलता
है।
क्यों होता है असहनीय दर्द
महिलाओं मे पेट दर्द और कमर का दर्द की बीमारी आम होती है लेकिन यह बीमारी पीरियड के दिनों और भी ज्यादा परेशानी भरा बना देती है। महिलाओं के गर्भाशय की आंतरिक सतह जिन्हे वैज्ञानिक भाषा मे एंडोमेट्रियम कहा जाता है जिसमे प्रतिमाह कई तरह के बदलाव आते है और महावारी के रूप मे इसका कुछ भाग रक्त स्त्राव के साथ निकल जाता है।
एंडोमेट्रियम की प्रवृति संकुचन की हेाती है
एंडोमेट्रियम जैसी सतह जब गर्भाशय के अलावा अन्य अंगो जैसे 'ओवरी, फैलोपियन ट्यूब, आंतो आदि मे विकसित हो जाती है, तो यह अवस्था एंडोमेट्रिओसीस कहलाती है। हालांकि एंडोमेट्रियम की प्रवृति संकुचन की हेाती है, जिसके कारण महिलाओं मे कमर दर्द व शरीर के अन्य अंगो मे दर्द की समस्या रहती है।