गुवाहाटी, श्रीनगर पर भूकंप का सबसे ज्यादा खतरा
नई दिल्ली। नेपाल में भूकंप के बाद साढ़े चार हजार लोगों की मौत की खबर सुन कर अच्छे-अच्छों की रूह कांप उठती है। हर कोई इसी सोच में पड़ जाता है कि जहां मैं रह रहा हूं, वो भूकंप की दृष्टि से कितनी सुरक्षित है। अगर सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो देश में गुवाहाटी और श्रीनगर दो ऐसे शहर हैं जहां भूकंप का सबसे ज्यादा खतरा है।
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड और नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट की रिपोर्ट के अनुसार दोनों शहर अतिसंवेदनशील जोन में आते हैं, जिसे जोन 5 भी कहा जाता है। इनके बाद आता है जोन 4, जो भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील माने जाते हैं। इनमें दिल्ली समेत आठ शहर शामिल हैं। वहीं 30 शहर हैं, जहां संवेदनशीलता थोड़ी कम है।
इंडिया स्पेंड में प्रकाशित खबर के अनुसार देश का 60 फीसदी भाग भूकंप के प्रति संवेदनशील है। करीब 5 करोड़ साल पहले भारत एक द्वीप था, जो गोंडवाना से टूट कर आया। जब यह द्वीप उत्तर एशिया से टकराया तो हिमालय पर्वत बने।
पृथ्वी के सभी हिस्से अलग-अलग प्लेटों अथवा टेक्टोनिक्स पर स्थित हैं। भारतीय टेक्टोनिक को यूरेशियन प्लेट कहते हैं। भारत का दक्षिणी हिस्सा 5 सेंटीमीटर प्रति वर्ष की गति से उत्तर की ओर गतिशील है। इसकी वजह से ऊर्जा उत्पन्न हो रही है और यह ऊर्जा जब निकलती है, तब भूकंप आते हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा संवेदनशील श्रीनगर और गुवाहाटी हैं।
भूकंप की दृष्टि से भारत
-
गुजरात
और
उत्तर
प्रदेश
सबसे
ज्यादा
संवेदनशील
राज्य
हैं।
-
दोनों
राज्यों
में
छह-छह
शहर
हैं,
जो
अतिसंवेदनशील
हैं।
-
दोनों
राज्यों
में
एक-एक
शहर
है,
जो
जोन
4
में
आते
हैं।
- महाराष्ट्र चार संवेदनशील शहरों के साथ जोन 3 में आता है।