गुर्जर आंदोलन से प्रतिदिन रेलवे को हो रहा है 15 करोड़ का नुकसान
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। सरकारी नौकरियों में पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे गुर्जरों के चलते दिल्ली-मुंबई मार्ग पर लगातार ट्रेनें रद्द हो रही हैं। इस कारण पश्चिमी रेलवे को प्रतिदिन 15 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
रेलवे के वाणिज्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मालगाडि़यां समेत प्रतिदिन 15 से 20 ट्रेनों के रद्द होने के कारण राजस्व संग्रह में 12 से 15 करोड़ रुपये की गिरावट आयी है। उल्लेखनीय है कि विशेष पिछड़ा वर्ग (एसबीसी) में गुर्जरों को एक फीसदी आरक्षण मिला हुआ है। अब वो पचास फीसदी के दायरे में ही चार फीसदी आरक्षण की और मांग कर रहे हैं और इसके लिए आंदोलन छिड़ा हुआ है।
गुर्जरों ने पटरियों पर बना लिया है घर
आम जनजीवन की रफ्तार थमी हुई है क्योंकि गुर्जर पटरियों पर बैठे हैं। आलम यह है कि गुर्जरों ने रेलवे ट्रैक पर झोपड़ी बना ली है और नाच गा कर समय बिता रहें हैं। इतना ही नहीं गुर्जर अब सड़क पर भी उतर आए हैं। बसों का आवागमन भी बंद हो गया है।