शोभराज से लेकर फूलन देवी का हत्यारा भी फरार हुए तिहाड़ से
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) राजधानी के तिहाड़ जेल से पहले भी कैदी फरार हो चुके हैं। हालांकि ताजा मामले के बाद कुछ इस तरह से कहा जा रहा है कि यहां पहली बार कैदी फरार हुए।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि साल 1965 में वॉलक्ट नाम का इंटरनेशनल स्मगलर तिहाड़ जेल से फरार हो गया था। तिहाड़ जेल से फरार होने के बाद वह सफरदरजंग एयरपोर्ट पहुंचा और वहां से भाग निकला। तब राजधानी में सफदरजंग एयरपोर्ट ही होता था।
शोभराज भागा
चार्ल्स शोभराज भी 1986 में जिहाड़ जेल से फरार होने में सफल रहा था। तब वह जेल में एक फ्रेंच नागरिक लुईस सोलोमन की हत्या के आरोप में जेल में बंद था। उसने जेल स्टाफ को अपने जन्म दिन का बहाना बनाकर नशीली गोलियां खिला दीं। उन्हें खाकर वे सो गए और शोभराज हो गया जेल से रफूचक्कर।
फूलन का हत्यारा
जानकारों ने बताया कि 17 फरवरी, 2004 को दस्यु से सांसद बनी फूलन देवी का हत्यारा शेर सिंह राणा भी तिहाड़ जेल से फरार हो गया था। हालांकि उसे बाद में पकड़ लिया गया था। इस बीच, जिला मैजिस्ट्रेट (दक्षिण पश्चिम) अंकुर गर्ग को इस मामले की जांच करने और एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।
गलत कामों का गढ़
पुलिस सूत्रों ने बताया कि भले ही देश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक तिहाड़ जेल को माना जाए पर इधर सब तरह के गलत काम होते हैं। बता दें दोनों कैदियों की पहचान फैजान और जावेद के रूप में हुई है और दोनों को चोरी के आरोप में सजा हुई थी।
तिहाड़ जेल से कैदियों के फरार होने की सनसनीखेज घटना शनिवार-रविवार के बीच की रात को हुई। पर जेल में सेंध लगने के मामले का तब पता चला जब अधिकारियों को सोमवार सुबह हाजिरी सत्र में दोनों कैदी नदारद मिले।