ABVP से विवाद पर गुरमेहर कौर के दादा ने क्या कहा?
गुरमेहर कौर के दादा ने इस मामले पर हो रही राजनीति पर कहा कि ड्रामा खड़ा किया जा रहा है। इसे बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनेताओं को इस मामले पर बयानबाजी से बचना चाहिए।
नई दिल्ली। दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज में एबीवीपी और वामपंथी छात्र संगठन के बीच टकराव के बाद चर्चा में आई छात्रा गुरमेहर कौर के बचाव में अब उनके दादा भी उतर आए हैं। उनके दादा ने अपने पोती का बचाव करते हुए इस मामले को खत्म करने की मांग की है।
'राजनेताओं को उसमें अपनी बेटी क्यों नहीं दिखाई देती'
गुरमेहर कौर के दादा कंवलजीत सिंह ने कहा कि वह सिर्फ एक युवा लड़की है, जिसने कारगिल युद्ध में अपने पिता को खो दिया। उन्होंने कहा कि राजनेताओं को उसमें अपनी बेटी क्यों नहीं दिखाई देती। गुरमेहर कौर के दादा ने इस मामले पर हो रही राजनीति पर कहा कि ड्रामा खड़ा किया जा रहा है। इसे बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनेताओं को इस मामले पर बयानबाजी से बचना चाहिए।
दिल्ली पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
वहीं, गुरमेहर कौर को रेप की धमकी मिलने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। गुरमेहर ने दिल्ली महिला आयोग से शिकायत की थी कि उन्हें सोशल मीडिया और फोन के जरिए रेप की धमकी मिल रही हैं। इसके बाद महिला आयोग की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने गुरमेहर कौर को पूरी सुरक्षा देने का भी भरोसा दिलाया है।
दिल्ली छोड़ सकती हैं गुरमेहर
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। गुरमेहर को सुरक्षा भी प्रदान की जाएगी। गुरमेहर ने सोमवार को ही दिल्ली महिला आयोग से मामले की शिकायत की थी। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा था कि उन्हें फोन और सोशल मीडिया के जरिए रेप की धमकियां मिल रही हैं। इस बीच खबर यह भी आ रही है कि गुरमेहर दिल्ली छोड़ सकती हैं। हालांकि इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है।
'मैं अपने देश से प्यार करती हूं'
आपको बता दें कि छात्र संगठन एबीवीपी के खिलाफ बोलने की वजह से चर्चा में आई गुरमेहर ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वह किसी से डरती नहीं है और अपने पिता की तरह देश के लिए गोली खाने को तैयार है। गुरमेहर के पिता कारगिल युद्ध में शहीद हो गए थे। गुरमेहर कौर ने कहा, 'मैं अपने देश से प्यार करती हूं, मैं अपने साथ पढ़ने वाले स्टूडेंट्स से भी प्यार करती हूं। मैं अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार का समर्थन करती हूं। ABVP हो या कोई और छात्र संगठन, किसी को भी कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने का कोई अधिकार नहीं है।'
क्या है पूरा मामला?
इस पूरे विवाद की शुरुआत पिछले दिनों तब हुई जब डीयू के रामजस कॉलेज में एक कार्यक्रम रखा गया, जिसमें जेएनयू के छात्र उमर खालिद और शेहला राशिद को कॉलेज की लिटरेरी सोसायटी ने हिस्सा लेने के लिए बुलाया था। हालांकि उमर खालिद पर जेएनयू में देश विरोधी नारे लगाने का आरोप है जिसके खिलाफ एबीवीपी ने विरोधी सुर बुलंद किया। हंगामा बढ़ने पर रामजस कॉलेज ने उमर खालिद और शेहला राशिद का आमंत्रण रद्द कर दिया। इसे लेकर लेफ्ट विचारधारा के छात्र संगठन आईसा ने विरोध मार्च निकाला। जिसमें एबीवीपी और आईसा समर्थकों के झड़प हुई। इसी विवाद के बीच डीयू की छात्रा गुरमेहर कौर ने 'मैं एबीवीपी से नहीं डरती' सोशल मीडिया कैंपेन शुरु किया था।